यदि आपके पास पैसे की कमी है, तो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यक्तिगत ऋण लेने का विचार करना स्वीकार्य हो सकता है। फंड जुटाने का उद्देश्य शादी आयोजित करने से लेकर छुट्टियों पर जाने, या महंगे सामान को खरीदने तक हो सकता है, आदि। चाहे जो कारण हो — व्यक्तिगत ऋण जब आपको सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब यह अत्यंत राहत प्रदान करता है।
सामान्यतः, बैंक व्यक्तिगत ऋण जारी करने से पहले पिछले कुछ महीनों के वेतन पर्ची और CIBIL स्कोर की जांच करते हैं। हालांकि, बहुत से लोग यह नहीं जानते कि स्व-नियोजित व्यक्ति भी ऊपर बताए गए किसी भी उद्देश्य के लिए व्यक्तिगत ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
स्व-नियोजित व्यक्तियों को ऋण प्राप्त करने में जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, वे निम्नलिखित हैं:
- अस्थिर आय: बैंक अस्थिर नकदी प्रवाह और धीमे महीनों में पुनर्भुगतान की क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं।
- ब्याज दरें अधिक: कुछ उधारदाताओं द्वारा स्व-नियोजित व्यक्तियों पर उच्च ब्याज दरें लागू की जा सकती हैं, क्योंकि उन्हें उच्च जोखिम वाले उधारकर्ता माना जाता है।
- अधिक दस्तावेज़ की आवश्यकता: ऋण जारी करने के लिए स्व-नियोजित व्यक्तियों को अपने वेतनभोगी समकक्षों की तुलना में अधिक दस्तावेज़ जमा करने पड़ते हैं।
- कम समयावधि: बैंक स्व-नियोजित उधारकर्ताओं को सामान्यतः कम ऋण पुनर्भुगतान समयावधि देते हैं, जिससे किस्तें अधिक हो सकती हैं।
- वास्तविक आय और रिपोर्टेड आय का मिलान: कई स्व-नियोजित व्यक्ति कर उद्देश्यों के लिए आय को कम दिखाते हैं, जिससे उनके ऋण पात्रता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए 7 महत्वपूर्ण टिप्स:
- उच्च क्रेडिट स्कोर: उच्च क्रेडिट स्कोर बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। 700 से अधिक का CIBIL स्कोर स्वीकृति की संभावना को बढ़ाता है।
- वित्तीय दस्तावेज़: बैंक अक्सर स्व-नियोजित व्यक्तियों से अधिक विस्तृत दस्तावेज़ों की मांग करते हैं। इन दस्तावेज़ों में कम से कम 2 से 3 वर्षों के आयकर रिटर्न (ITR) और 6 से 12 महीनों के बैंक स्टेटमेंट्स शामिल होते हैं, ताकि निरंतर नकदी प्रवाह दिख सके। इसके अलावा, लाभ और हानि के बयान और खाते प्राप्त करने वाले दस्तावेज़ों की भी आवश्यकता हो सकती है।
- आय में वृद्धि: पिछले कुछ वर्षों में स्थिर या बढ़ती हुई आय को प्राथमिकता दी जाती है। यदि आय में उतार-चढ़ाव है, तो इसे समर्थन दस्तावेजों के साथ स्पष्ट करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, एक सफल व्यवसाय जो कम से कम 2 से 3 वर्षों से चल रहा हो, उधारदाताओं को आश्वस्त करता है।
- को-साइनर या संपत्ति: एक को-साइनर जो स्थिर आय या अच्छा क्रेडिट रखता हो, आपकी आवेदन को बेहतर बना सकता है। संपार्श्विक ऋण (जो संपत्ति या निवेश जैसी संपत्तियों द्वारा सुरक्षित होते हैं) का ब्याज दर कम होता है और स्वीकृति आसान होती है।
- ऋणदाता का चयन समझदारी से करें: पारंपरिक बैंक आमतौर पर कड़ी दस्तावेज़ीकरण की आवश्यकता करते हैं, लेकिन बेहतर दरें प्रदान कर सकते हैं। इसके विपरीत, फिनटेक ऋणदाता आमतौर पर लचीले मानदंड रखते हैं, लेकिन ब्याज दरें उच्च होती हैं।
- कम ऋण: उच्च ऋण-से-आय (DTI) अनुपात आपके अवसरों को खराब कर सकता है। इसलिए, ऋण-से-आय अनुपात 40 प्रतिशत से कम रखना चाहिए।
- बैंक के साथ संबंध: जिन बैंकों के साथ आपका पहले से खाता है, वे आपको ऋण देने में अधिक इच्छुक हो सकते हैं।