विभिन्न प्रोविडेंट फंड (पीएफ) खातों का होना, विशेषकर यदि आपने कई नौकरियाँ बदली हैं या अलग-अलग नियोक्ताओं के कारण आपके पास अलग-अलग खाते हैं, तो यह काफी उलझन और कठिनाइयों का कारण बन सकता है। अगर आप अपनी बचत का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं और दो पीएफ खातों को संभालना चाहते हैं, तो यहां कुछ कारगर तरीके दिए गए हैं।
आपके पास दो पीएफ खाते क्यों हो सकते हैं
हर बार जब आप नौकरी बदलते हैं, तो आपका नया नियोक्ता अक्सर आपके लिए एक नया पीएफ खाता खोल देता है, चाहे आपके पास पहले से ही एक पीएफ खाता हो। इससे दो अलग-अलग खाते और कभी-कभी दो यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) हो जाते हैं, जिससे खाते को प्रबंधित करना मुश्किल हो सकता है। अपने पीएफ को सरल बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:
कदम 1: पुराने पीएफ खाते की राशि को नए खाते में स्थानांतरित करें
दो पीएफ खातों को प्रबंधित करने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है उन्हें एक साथ मिलाना। आप अपनी पुरानी पीएफ राशि को अपने नए, सक्रिय खाते में स्थानांतरित कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के लिए:
- ईपीएफओ पोर्टल पर जाएं: अपने यूएएन और पासवर्ड का उपयोग करके कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पोर्टल में लॉग इन करें।
- ऑनलाइन सेवाएं टैब चुनें: अपने पीएफ बैलेंस को एक खाते से दूसरे खाते में स्थानांतरित करने का विकल्प चुनें।
- स्थानांतरण अनुरोध सबमिट करें: ट्रांसफर शुरू करने के लिए अपने पुराने और नए पीएफ खाते का विवरण दर्ज करें।
इससे आपकी सभी राशि एक जगह पर आ जाती है, जिससे ट्रैक और प्रबंधन करना आसान हो जाता है।
कदम 2: सुनिश्चित करें कि केवल एक यूएएन सक्रिय हो
दो यूएएन होने से योगदान, निकासी अनुरोध और ब्याज जमा में समस्याएं हो सकती हैं। यदि आपके पास कई यूएएन हैं, तो अपने वर्तमान नियोक्ता या ईपीएफओ को इसके बारे में सूचित करें ताकि वे पुराने यूएएन को निष्क्रिय कर सकें और पीएफ बैलेंस को आपके वर्तमान यूएएन से लिंक कर सकें।
कदम 3: पात्रता होने पर निकासी पर विचार करें
अगर आप पात्र हैं, तो आप पुराने पीएफ खाते से राशि निकाल सकते हैं। दो महीने की बेरोजगारी या विवाह, शिक्षा, चिकित्सा खर्च जैसी कुछ विशिष्ट स्थितियों में पीएफ निकासी की अनुमति होती है। ध्यान दें कि पांच साल से कम की निरंतर सेवा के भीतर निकासी करने पर कर लगाया जा सकता है।
कदम 4: आवश्यक हो तो दोनों खातों को सक्रिय रखें
कुछ मामलों में, आपको दोनों पीएफ खातों को सक्रिय रखने की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में सुनिश्चित करें कि दोनों खाते नियमित ब्याज कमा रहे हैं।
कदम 5: अपने पीएफ बैलेंस की जाँच और रिकॉर्ड रखें
अपने पीएफ बचत के अपडेट के लिए नियमित रूप से अपने खाता बैलेंस और लेन-देन के इतिहास की जाँच करें। इससे आप अपनी बचत की निगरानी, ब्याज की पुष्टि, और किसी भी ट्रांसफर या निकासी अनुरोध पर नज़र रख सकते हैं।
कदम 6: दोनों खातों के लिए केवाईसी विवरण अपडेट करें
सुनिश्चित करें कि आपके केवाईसी विवरण दोनों पीएफ खातों में सही और अद्यतित हैं। इससे निकासी, स्थानांतरण और ट्रैकिंग में आसानी होती है। ईपीएफओ पोर्टल पर जाकर ‘प्रबंध’ अनुभाग से केवाईसी अपडेट कर सकते हैं।
कदम 7: दंड और कर प्रभाव से बचें
दो पीएफ खातों को सही तरीके से प्रबंधित न करने से कर संबंधी समस्याएं और दंड भी लग सकते हैं। इसलिए, नौकरी बदलते समय अपने पीएफ रिकॉर्ड को उचित रूप से संकलित करें या निकाल लें, ताकि किसी भी संभावित कर जिम्मेदारी से बचा जा सके।
दो पीएफ खातों का होना चुनौतीपूर्ण जरूर हो सकता है, परंतु सही तरीके से प्रबंधन कर आप अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकते हैं और किसी भी तरह की जटिलताओं से बच सकते हैं।