14.1 C
New Delhi
Thursday, November 28, 2024
Homeअर्थव्यवस्थासरकार का बड़ा कदम: नया PAN 2.0 सिस्टम होगा पूरी तरह डिजिटल

सरकार का बड़ा कदम: नया PAN 2.0 सिस्टम होगा पूरी तरह डिजिटल

केंद्र सरकार ने देश के मौजूदा स्थायी खाता संख्या (PAN) सिस्टम में बदलाव करते हुए PAN 2.0 प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य आयकर विभाग (ITD) द्वारा पैन सिस्टम को अधिक डिजिटल और सरल बनाना है।

यह परियोजना सोमवार, 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) द्वारा मंजूर की गई।

क्या है पैन?
PAN एक दस अंकों का अद्वितीय अल्फान्यूमेरिक नंबर है, जो आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है। यह संख्या कर भुगतान, TDS/TCS क्रेडिट, आय रिटर्न, विशेष लेनदेन, और पत्राचार जैसी सभी संबंधित जानकारियों को जोड़ने में मदद करती है।

तीन पोर्टल्स होंगे एक में

वर्तमान पैन सिस्टम तीन अलग-अलग पोर्टल्स—ई-फाइलिंग पोर्टल, यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल, और प्रोटियन ई-गव पोर्टल—पर आधारित है। ई-फाइलिंग पोर्टल कर रिटर्न फाइल करने के लिए है, जबकि यूटीआईआईटीएसएल पोर्टल पैन कार्ड से संबंधित सेवाएं प्रदान करता है।

अब PAN 2.0 के तहत इन तीनों पोर्टल्स को एकीकृत कर एक ही पोर्टल बनाया जाएगा। यह नया प्लेटफॉर्म पैन और TAN (टैक्स डिडक्शन एंड कलेक्शन अकाउंट नंबर) से जुड़ी सभी सेवाओं जैसे आवेदन, अपडेट, सुधार, आधार-पैन लिंकिंग, पुनः जारी करने के अनुरोध और ऑनलाइन पैन वैलिडेशन को एक जगह प्रदान करेगा।

सरकार का बयान

सरकार के अनुसार, वर्तमान में 78 करोड़ पैन और 73.28 लाख TAN डेटाबेस में दर्ज हैं। नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से पैन धारकों को इससे परिचित कराने और उनके प्रश्नों का समाधान देने के लिए कई सवालों के जवाब भी दिए गए हैं।


PAN 2.0 से जुड़े प्रमुख सवालों के जवाब

सवाल 1: PAN 2.0 क्या है?

PAN 2.0 आयकर विभाग का ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट है, जो करदाता पंजीकरण सेवाओं के व्यावसायिक प्रक्रियाओं का पुनर्गठन करेगा। इसका उद्देश्य नवीनतम तकनीक अपनाकर पैन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है।

सवाल 2: नया सिस्टम कैसे अलग होगा?

  • प्लेटफॉर्म्स का एकीकरण: तीनों पोर्टल्स को एकीकृत कर एकल पोर्टल पर सभी पैन/TAN सेवाएं मिलेंगी।
  • कागज रहित प्रक्रियाएं: पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और कागज रहित होगी।
  • करदाता सुविधा: पैन का आवंटन, अपडेट और सुधार मुफ्त होंगे, जबकि भौतिक पैन कार्ड के लिए ₹50 शुल्क देना होगा।

सवाल 3: क्या मौजूदा पैन कार्ड धारकों को नया पैन लेना होगा?

नहीं, मौजूदा पैन कार्ड धारकों को नया पैन लेने की जरूरत नहीं है।

सवाल 4: क्या पैन में सुधार किए जा सकते हैं?

हां, पैन धारक नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि का सुधार मुफ्त में करवा सकते हैं। आधार आधारित ऑनलाइन सुविधा का उपयोग करके यह सुधार किया जा सकता है।

सवाल 5: QR कोड वाले पैन कार्ड की क्या सुविधा है?

2017-18 से QR कोड वाले पैन कार्ड जारी किए जा रहे हैं। अब पैन 2.0 में इसे और उन्नत किया जाएगा, जिससे कार्ड का डेटा सत्यापित किया जा सकेगा।

सवाल 6: क्या कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर पैन को बदल देगा?

नहीं, पैन ही कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर के रूप में इस्तेमाल होगा।

निष्कर्ष

PAN 2.0 के जरिए सरकार पैन सेवाओं को अधिक सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है। नई प्रणाली करदाताओं के लिए एकल पोर्टल के माध्यम से सेवाओं का लाभ उठाने को आसान बनाएगी।

Kavita Mishra
Kavita Mishrahttps://hindi.inventiva.co.in/
Kavita is a versatile content writer with a deep passion for news. Based in New Delhi, she has a keen interest in exploring the latest trends in the world of current affairs and delivering engaging content to her audience. Kavita has extensive experience working with Inventiva, where she honed her skills in content creation and developed a strong foundation in delivering high-quality, informative articles.
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here
Captcha verification failed!
CAPTCHA user score failed. Please contact us!

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments