केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 11 दिसंबर को कहा कि महंगाई दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है और इसका मुख्य कारण ‘विघटन’ है।
सीतारमण ने कहा कि विश्व को शांति बहाल करने के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, “…दुनिया भर में सरकार और उद्योग को मिलकर शांति स्थापित करने के प्रयास करने चाहिए। युद्ध को टालना चाहिए। इस दशक में वैश्विक प्राथमिकता सामान्य स्थिति को बहाल करना होनी चाहिए। बाधाओं से बचना चाहिए क्योंकि वे आपूर्ति शृंखला में रुकावट का मुख्य कारण हैं।” वित्त मंत्री ने यह बातें 2024 के वैश्विक आर्थिक नीति मंच (Global Economic Policy Forum) में कहीं।
उन्होंने आगे कहा, “दुनिया भर में महंगाई एक बड़ी चुनौती है। इसका प्राथमिक कारण बाधा है। यह हम सभी – उद्योग, सरकार, नीति निर्माताओं, नागरिकों और नागरिक मंचों – की जिम्मेदारी है कि हम सामान्य स्थिति बहाल करने का प्रयास करें।”
सीतारमण ने तर्क दिया कि “सिर्फ अर्थशास्त्र ही निर्णायक नहीं है, भले ही आपूर्ति को नियंत्रित करना आर्थिक दृष्टि से सही हो। इसमें रणनीति और राजनीति का अधिक योगदान है।”