भारत में पारंपरिक संयुक्त परिवार व्यवस्था अब धीरे-धीरे एकल परिवार में तब्दील हो रही है। लेकिन, अब एकल परिवार की भी अवधारणा बदलने लगी है। “बच्चा-मुक्त” जीवन जीने का फैसला एक सचेत चुनाव है और इस विचार के प्रति झुकाव तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे जोड़े अब DINKs (डबल इनकम, नो किड्स) और SINKs (सिंगल इनकम, नो किड्स) जैसे उपनामों के साथ जाने जाते हैं। इन जोड़ों के लिए उत्तराधिकार योजना कैसे बनाई जाए, यह एक बड़ा सवाल है।
उद्देश्य को पहचानना: खर्च बनाम बचत
बच्चा-मुक्त जीवन का अर्थ यह भी है कि ऐसे लोग बच्चों की शिक्षा और भविष्य की तैयारी में खर्च करने से बचे रहते हैं, जिससे उनके पास खर्च करने योग्य आय बढ़ जाती है। लेकिन, यही बढ़ी हुई आय कभी-कभी “मौके का आनंद लेने” के नाम पर फिजूलखर्ची में भी बदल सकती है। एक उदाहरण के तौर पर, एक मध्यम आयु वर्ग के दंपत्ति ने अपनी सभी पैतृक संपत्तियों को बिना सोचे-समझे मुनाफे के लिए बेच डाला, जिससे उनकी बची हुई ज़िन्दगी के लिए कोई स्थायी आय का साधन नहीं बचा। क्या उन्होंने यह सोचा कि उनकी ज़िंदगी के बाकी साल किस पर निर्भर रहेंगे, जबकि भारत में औसत आयु लगभग 71 वर्ष है?
योजना का सही तरीका: कब, कौन, कैसे?
बिना बच्चों वाले लोगों के लिए संपत्ति का सही हस्तांतरण सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि उनकी संपत्ति गलत हाथों में न चली जाए। उत्तराधिकार की योजना बनाते समय उन्हें कुछ मुख्य बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि अक्षम होने की स्थिति में संपत्ति का संचालन कौन करेगा? किसे लाभार्थी बनाना चाहिए—जीवनसाथी, माता-पिता, भाई-बहन, भतीजे-भतीजी, कर्मचारी, या मित्र?
इसके साथ ही, उनका पेट और पशुओं की देखभाल का ध्यान रखना भी आवश्यक है। ऐसी स्थिति में उन्हें कर (टैक्स) का भी ध्यान रखना होगा, ताकि संपत्ति का हस्तांतरण कर-मुक्त हो सके। उदाहरण के तौर पर, एक दंपत्ति अपनी भतीजियों के लिए एक ट्रस्ट स्थापित करना चाहता था, लेकिन कर कानूनों के अनुसार भतीजे-भतीजी “रिश्तेदार” नहीं माने जाते। ऐसी स्थिति में, सीधे तौर पर भतीजियों को संपत्ति हस्तांतरित करना एकमात्र विकल्प बचा।
प्रशासकों का चयन
DINKs और SINKs के मामले में, एक भरोसेमंद व्यक्ति का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है जो उनकी इच्छाओं को सही तरीके से पूरा कर सके। कई बार, गलत लोग संपत्ति हथियाने के प्रयास में लाभार्थियों को परेशान कर सकते हैं। एक उदाहरण के अनुसार, एक वृद्ध महिला ने अपनी संपत्ति का एक हिस्सा अपने रिश्तेदारों के नाम किया, लेकिन उनके नीयत में खोट था, और उन्होंने संपत्ति का उपयोग अपनी निजी भलाई के लिए करना चाहा। क्या ऐसे लोगों के साथ बिना बच्चों वाले दंपत्तियों की संपत्ति सुरक्षित रह सकती है?
व्यवसाय उत्तराधिकार
बिना बच्चों वाले जोड़े अक्सर अपने करियर को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं, लेकिन किसी अनहोनी की स्थिति में उनकी व्यवसाय उत्तराधिकार योजना भी मजबूत होनी चाहिए। यदि सही समय पर व्यवसाय को बेचने का विकल्प नहीं सोचा गया, तो उनके परिश्रम का लाभ दूसरों को मिलने की संभावना है।
जल्दी योजना बनाएं, नहीं तो पछताएंगे!
DINKs और SINKs अक्सर यह सोचकर योजना बनाना टाल देते हैं कि इसे करने की जरूरत नहीं। लेकिन, हकीकत यह है कि उनके पास आर्थिक लक्ष्यों को तेजी से प्राप्त करने का लाभ होता है, जिससे वे जल्दी रिटायरमेंट का आनंद ले सकते हैं। राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के शब्दों में, “छत को ठीक करने का समय वही है, जब सूरज चमक रहा हो।” तो, अब योजना बनाएं!