निवेशक MCX फ्यूचर्स और गोल्ड ETF को SGBs का बेहतर विकल्प मान सकते हैं: कोटक सिक्योरिटीज की कायनात चैनवाला
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) की परिपक्वता का समय निकट आने के साथ ही निवेशकों को अपने विकल्पों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। यह निर्णय कि उन्हें नए SGBs में फिर से निवेश करना चाहिए या अन्य सोने के निवेश विकल्पों को चुनना चाहिए, उनके व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है।
कोटक सिक्योरिटीज की AVP-कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला ने BT मनी टुडे के साथ एक साक्षात्कार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की संभावनाओं पर बात की। वैश्विक आर्थिक चिंताओं के बीच, उन्होंने भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार युद्धों और अन्य आर्थिक बाधाओं का जिक्र किया जो फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतियों को प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही, उन्होंने MCX फ्यूचर्स और गोल्ड ETF को SGBs के विकल्प के रूप में विचार करने का सुझाव दिया। संपादित अंश:
भारत में सोने की ड्यूटी में कटौती का आगामी त्योहार सीज़न में उपभोक्ता व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
हालिया ड्यूटी कटौती ने निश्चित रूप से खुदरा उपभोक्ताओं के लिए सोने को अधिक आकर्षक बना दिया है, जिससे शादी और त्योहारों के मौसम में सोने की मांग बढ़ने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब हैं, जबकि घरेलू सोने के वायदा बाजार में सोने की कीमतें फिलहाल 72,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास हैं, जो जुलाई में 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर से काफी नीचे हैं। यह गिरावट आयात शुल्क में 9% की कमी के कारण हुई है।
हाल के दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के प्रमुख कारक क्या हैं और भविष्य की संभावनाएं कैसी हैं?
बुलियन की कीमतें फिलहाल अमेरिकी डॉलर की कमजोरी से समर्थित हैं। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के सितंबर के जैक्सन होल संगोष्ठी में दिए गए बयान के बाद दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं। फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (FOMC) की बैठक के मिनट्स ने भी एक संभावित दर कटौती की पुष्टि की, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि की संभावना है।
हालांकि, निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि अमेरिकी और चीनी अर्थव्यवस्था में मंदी से औद्योगिक मांग में कमी आ सकती है, जिससे चांदी की कीमतों में उतनी वृद्धि नहीं हो सकेगी।
SGB निवेशकों के लिए आपकी सलाह क्या है जिनका निवेश हाल ही में परिपक्व हो रहा है?
नए SGBs जारी होने में अनिश्चितता के कारण, MCX फ्यूचर्स या गोल्ड और सिल्वर ETFs में निवेश करना अधिक समझदारी होगी। इसके साथ ही नए SGBs की कमी से मौजूदा बांड की मांग बढ़ सकती है, जिससे उनके लिए भी आकर्षण बढ़ सकता है।