आईबीएम ने हाल ही में वरिष्ठ स्तर के प्रोग्रामर, बिक्री और समर्थन कर्मचारियों को प्रभावित करने वाला एक बड़ा कदम उठाया है। कर्मचारियों द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, यह छंटनी गुप्त रूप से की गई।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें एक गैर-प्रकटीकरण समझौते (NDA) पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था, ताकि वे छंटनी के विवरण के बारे में चर्चा न करें।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईबीएम ने 2024 की पहली तिमाही में नियोजित छंटनियों की लागत को कवर करने के लिए $400 मिलियन का “वर्कफोर्स रीबैलेंसिंग” खर्च उठाया है।
इससे पहले, 2023 में भी आईबीएम ने इसी अवधि में $300 मिलियन का खर्च किया था और 3,900 नौकरियों में कटौती की योजना की घोषणा की थी। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि वर्कफोर्स रीबैलेंसिंग का खर्च कंपनी के कर्मचारियों की संख्या का एक बहुत ही छोटा प्रतिशत दर्शाता है।
आईबीएम ने यह भी कहा कि वह 2024 के अंत तक कर्मचारियों की संख्या को वर्ष की शुरुआत के समान ही बनाए रखने की योजना बना रहा है। हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने कर्मचारी इन छंटनियों से प्रभावित हुए हैं।
2023 के अंत तक, आईबीएम के पास वैश्विक स्तर पर लगभग 2,88,000 कर्मचारी थे और एक कर्मचारी पर निर्धारित लागत भी थी। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल के छंटनी के खुलासे और खर्च के बाद, आईबीएम से करीब 5,200 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
यह क्यों हो रहा है?
आईबीएम के दो शीर्ष अधिकारियों ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया कि यह सब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के कारण हो रहा है, जिसने तकनीकी दुनिया में करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल और योग्यताओं को पूरी तरह बदल दिया है।
आईबीएम एशिया पैसिफिक के महाप्रबंधक हैंस ए.टी. डेकर्स ने कहा, “जब मैंने पढ़ाई की, तो मैंने पांच प्रोग्रामिंग भाषाएं सीखी थीं। लेकिन आज के छात्रों के लिए इन भाषाओं को गहराई से सीखने की कोई खास आवश्यकता नहीं है। AI आपकी मदद करेगा।”
आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा ने मई 2023 में एक इंटरव्यू में बताया था कि कंपनी के बैक-ऑफिस की करीब 30% नौकरियां, यानी लगभग 7,800 पद, AI द्वारा प्रतिस्थापित किए जा सकते हैं और आईबीएम अगले पांच साल में इन पदों पर भर्ती धीमी कर देगा।
इसके ठीक पहले, आईबीएम ने 2023 की शुरुआत में 3,900 नौकरियों में कटौती करने की योजना की घोषणा की थी। इसके बाद, 2024 की पहली तिमाही की आय रिपोर्ट में, कंपनी ने “वर्कफोर्स रीबैलेंसिंग” के लिए $400 मिलियन सुरक्षित रखे।
यह स्थिति केवल आईबीएम तक सीमित नहीं है। सिस्को ने अपने कार्यबल का 7% कम किया, जबकि AI स्टार्टअप्स में $1 बिलियन का निवेश किया। इसी तरह, मेटा, अमेजन और इनट्यूइट भी एआई पर ध्यान केंद्रित करते हुए नौकरी में कटौती कर रहे हैं। डेल ने भी करीब 12,500 बिक्री से जुड़े पदों को कम करते हुए AI को उन नौकरियों में समाहित किया है।