प्रयागराज में 2025 के महाकुंभ में भीड़ प्रबंधन के क्षेत्र में तकनीकी क्रांति देखने को मिलेगी। मेला पुलिस अधिकारी जनसुरक्षा और कुशल भीड़ नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए आईटी विशेषज्ञों के साथ मिलकर अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) समाधान लागू करने पर कार्य कर रहे हैं।
भीड़ घनत्व का उन्नत मूल्यांकन
इस पहल का मुख्य उद्देश्य महत्वपूर्ण स्थैतिक बिंदुओं पर AI का उपयोग कर भीड़ घनत्व का मूल्यांकन करना है। इनमें शामिल हैं:
- घाट
- मेले के प्रवेश और निकास मार्ग
- सार्वजनिक स्थल
- रेलवे स्टेशन
- बस स्टैंड
यह वास्तविक समय का मूल्यांकन अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा, जिससे संभावित भीड़भाड़ की स्थिति को रोका जा सकेगा।
AI-आधारित भविष्यवाणी मॉडलिंग
मेला पुलिस महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अत्यधिक भीड़ जमा होने की संभावना को रोकने के लिए AI-आधारित भविष्यवाणी मॉडलिंग का उपयोग कर रही है। यह सक्रिय दृष्टिकोण लाखों तीर्थयात्रियों और आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सुगम आवाजाही बनाए रखने के लिए अपनाया जा रहा है।
पिछले अनुभवों से सीख
अधिकारियों ने 2019 महाकुंभ के भीड़ पैटर्न का अध्ययन कर 2025 में भीड़ प्रवाह को और प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए AI मॉडल को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है। इस ऐतिहासिक डेटा का उपयोग भविष्य की बेहतर भीड़ प्रबंधन रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
तकनीकी एकीकरण
प्रयागराज रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रेम गौतम ने सटीक भीड़ मूल्यांकन के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया। मेला पुलिस आईटी विशेषज्ञों के साथ उपकरण और सॉफ्टवेयर के चयन की प्रक्रिया में है, जो इस बड़े आयोजन के लिए सबसे उपयुक्त होगा।
AI-संचालित कैमरा नेटवर्क
पूरे मेला परिसर में AI-आधारित कैमरों का एक नेटवर्क स्थापित किया जाएगा, जो 25 सेक्टरों को कवर करेगा। ये कैमरे अधिकारियों को वास्तविक समय में निम्नलिखित कार्यों में सक्षम बनाएंगे:
- भीड़ घनत्व की निगरानी
- संभावित भीड़ जमाव का पता लगाना
- समय पर भीड़ नियंत्रण उपाय लागू करना
- आवश्यक होने पर डायवर्जन की योजना बनाना
सक्रिय भीड़ प्रबंधन
इस तकनीकी एकीकरण का मुख्य उद्देश्य प्रतिक्रियात्मक के बजाय सक्रिय भीड़ प्रबंधन को सक्षम करना है। संभावित समस्याओं का समय रहते पता लगाकर, अधिकारी समूहों को उस क्षेत्र में गड़बड़ी फैलाने से पहले ही तितर-बितर कर सकेंगे।
चुनौतियाँ और तैयारियाँ
मेला पुलिस अधिकारी इन AI-आधारित उपकरणों के कार्यान्वयन की योजना में पूरी सावधानी बरत रहे हैं। वे:
- आईटी विशेषज्ञों के साथ संचालन संबंधी चुनौतियों पर चर्चा कर रहे हैं
- सबसे प्रभावी तकनीकों को अंतिम रूप दे रहे हैं
- विभिन्न परिस्थितियों में सटीक जनगणना के लिए तैयारी कर रहे हैं
निष्कर्ष
2025 महाकुंभ के लिए AI-संचालित भीड़ प्रबंधन को अपनाना बड़े पैमाने पर आयोजनों में जनसुरक्षा सुनिश्चित करने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐतिहासिक डेटा, वास्तविक समय की निगरानी और भविष्यवाणी मॉडलिंग को मिलाकर, प्रयागराज के अधिकारी भारत में भीड़ प्रबंधन के लिए एक नया मानक स्थापित कर रहे हैं।
जैसे-जैसे तैयारियाँ आगे बढ़ रही हैं, इस पहल की सफलता भविष्य के बड़े आयोजनों के लिए एक मॉडल साबित हो सकती है, न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी। 2025 का महाकुंभ संभवतः यह प्रदर्शित करेगा कि तकनीक कैसे विशाल भीड़ के प्रबंधन में सुरक्षा और कुशलता को बढ़ा सकती है।