भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपनी ताज़ा मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) की घोषणा की है। इसके तहत, एसबीआई ने एक MCLR अवधि की ब्याज दर को 25 बेसिस पॉइंट्स (bps) घटाया है, जबकि अन्य दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। संशोधित MCLR दर 15 अक्टूबर से प्रभावी हो गई है।
एसबीआई की नई MCLR लोन ब्याज दरें क्या हैं?
एसबीआई का बेस रेट 10.40% और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) 15.15% है, जो 15 सितंबर से लागू है। होम लोन की ब्याज दरें 8.50% से 9.65% के बीच होती हैं, जो उधारकर्ता के CIBIL स्कोर पर निर्भर करती हैं। MCLR आधारित दरें 8.20% से 9.1% के बीच समायोजित की गई हैं।
नाइट MCLR दर 8.20% है, एक महीने की दर को 8.45% से घटाकर 8.20% किया गया है, छह महीने की MCLR दर 8.85% तय की गई है, एक साल की MCLR दर 8.95% संशोधित की गई है, दो साल की MCLR 9.05% है और तीन साल की MCLR 9.1% पर है।
एसबीआई की अन्य लेंडिंग दरों का क्या हुआ?
एसबीआई का बेस रेट 10.40% है, जबकि बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) को 15.15% प्रति वर्ष संशोधित किया गया है, जो 15 सितंबर से प्रभावी है। एसबीआई के होम लोन की बाहरी बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) 9.15% है।
होम लोन पर ब्याज दरें 8.50% से 9.65% के बीच होती हैं, जो उधारकर्ता के CIBIL स्कोर पर निर्भर करती हैं। एसबीआई के होम लोन वेबसाइट पर यह भी उल्लेख किया गया है कि “बेंचमार्क दर (रेपो) में परिवर्तन होने पर, होम/होम रिलेटेड लोन खाते में भी ब्याज दर में बदलाव होगा। रेपो रेट में वृद्धि से होम/होम रिलेटेड लोन पर ब्याज दर में भी वृद्धि होगी।”