ईवाई, जो विश्व की प्रमुख लेखा और ऑडिट कंपनियों में से एक है, ने मई में हुई ‘इग्नाइट लर्निंग वीक’ के दौरान एक ही समय में दो ऑनलाइन ट्रेनिंग सत्रों में शामिल होने के लिए कई अमेरिकी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया।
कंपनी हर साल अपने कर्मचारियों को ऐसे पाठ्यक्रमों में भाग लेने और प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए एक निश्चित संख्या में शिक्षा क्रेडिट प्राप्त करने का आदेश देती है।
कर्मचारी पक्ष
बर्खास्त कर्मचारी आरोपों को नकारते हैं
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों ने यह आरोप नकारा कि वे दो सत्रों में शामिल होकर क्रेडिट्स जल्दी कमाने की कोशिश कर रहे थे।
उनका कहना था कि वे विभिन्न विषयों में रुचि के कारण किसी भी सत्र को मिस नहीं करना चाहते थे।
पूर्व ईवाई कर्मचारियों का यह भी कहना है कि कंपनी ने स्पष्ट रूप से एक साथ एक से अधिक सत्रों में शामिल होने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया था, और कंपनी ने हमेशा मल्टीटास्किंग को बढ़ावा दिया है।
कंपनी का रुख
ईवाई ने इसे आचार संहिता के पालन का हिस्सा बताया
कर्मचारियों के दावों के जवाब में, ईवाई ने कहा कि उनके काम कंपनी की आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं।
कंपनी ने अपने बयान में कहा, “हमारे मुख्य मूल्य, सत्यनिष्ठा और नैतिकता, हमारे हर काम के केंद्र में होते हैं।”
कंपनी ने आगे स्पष्ट किया, “हाल ही में, कुछ मामलों में अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी, जहां कर्मचारियों को हमारी वैश्विक आचार संहिता और यूएस लर्निंग पॉलिसी का उल्लंघन करते पाया गया।”
पिछली घटनाएँ
पूर्व में लगी पेनाल्टी और नई नीति
2022 में, ईवाई को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा $100 मिलियन का जुर्माना लगाया गया था, जब कुछ कर्मचारियों को सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट (CPA) लाइसेंस के लिए आवश्यक नैतिकता परीक्षाओं में धोखाधड़ी करते हुए पाया गया था।
कंपनी पर SEC की जांच के दौरान साक्ष्य छिपाने का आरोप भी लगा था।
इन घटनाओं के बाद, ईवाई ने अपनी ‘इग्नाइट लर्निंग वीक’ के लिए दिशा-निर्देशों को संशोधित किया है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कर्मचारियों को एक समय में केवल एक कक्षा में ही भाग लेना चाहिए।
अब सवाल यह उठता है कि एक कंपनी, जो नैतिकता की दुहाई देकर कर्मचारियों को बर्खास्त कर रही है, क्या खुद अपनी नैतिक जिम्मेदारियों पर खरी उतर रही है? आखिरकार, SEC द्वारा लगाया गया $100 मिलियन का जुर्माना क्या सिर्फ़ एक इत्तेफाक था या फिर कंपनी खुद उन मूल्यों पर चलने में नाकाम रही, जिनकी वह बात करती है?