IPO के लिए तैयारी कर रही फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी Swiggy ने अब दवाओं की डिलीवरी शुरू करने के लिए PharmEasy के साथ साझेदारी की है, जिससे ग्राहकों को सिर्फ 10 मिनट में दवाएं मिलेंगी। बेंगलुरु की इस कंपनी को ई-फार्मेसी कंपनी के साथ साझेदारी करने के कारण इसके लिए अलग से नियामक अनुमति की आवश्यकता नहीं है। गौरतलब है कि Swiggy पहले से ही अपने क्विक-कॉमर्स प्लेटफार्म Instamart के जरिए दर्द निवारक स्प्रे जैसी ओवर द काउंटर (OTC) दवाएं उपलब्ध करवा रही थी। इस नई साझेदारी के तहत Swiggy ई-फार्मेसी क्षेत्र में गहराई से प्रवेश करेगी ताकि एक नए प्रकार के यूजर्स तक पहुंच बनाई जा सके। Swiggy ने बेंगलुरु में इस सुविधा का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जहां कंपनी दर्द निवारक, बुखार की दवाएं और वैध प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाएं भी डिलीवर करेगी। ग्राहक अपना प्रिस्क्रिप्शन खुद अपलोड कर सकते हैं या फिर PharmEasy के डॉक्टर से सलाह-मशविरा करके इसे प्राप्त कर सकते हैं।
यह कदम ऐसे समय में आया है जब क्विक-कॉमर्स कंपनियां अपने औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) को बढ़ाने और लाभप्रदता में सुधार करने के लिए नए क्षेत्रों में कदम रख रही हैं।
Swiggy के ताजा ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, कंपनी का घाटा Q1FY25 में 8% बढ़कर 611 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष इसी तिमाही में 564 करोड़ रुपये था। कंपनी ने तीन महीनों में 3,908 करोड़ रुपये खर्च किए, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,073 करोड़ रुपये था। वहीं, इस वित्तीय वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की परिचालन से होने वाली आय 35% बढ़कर 3,222.2 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष यह 2,389.8 करोड़ रुपये थी। तुलना में, Swiggy की प्रतिद्वंदी सूचीबद्ध कंपनी Zomato ने Q1FY25 में 74% सालाना वृद्धि के साथ 4,206 करोड़ रुपये की आय अर्जित की और 253 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
संपूर्ण वित्तीय वर्ष में Swiggy की आय 36% बढ़कर FY24 में 11,247 करोड़ रुपये हो गई, जो FY23 में 8,265 करोड़ रुपये थी। खर्चों पर बेहतर नियंत्रण के कारण इस दौरान कंपनी का घाटा 44% घटकर 2,350 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 4,179 करोड़ रुपये था।