भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने गूगल क्रोम के लिए “उच्च” गंभीरता स्तर की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी गूगल क्रोम में पाई गई कई सुरक्षा कमजोरियों के कारण जारी की गई है।
इन कमजोरियों का कारण क्रोम के एक्सटेंशन में अनुचित कार्यान्वयन और V8 में टाइप कन्फ्यूजन है, जिससे हैकर्स को ब्राउज़र की सुरक्षा को बायपास करने का मौका मिलता है। यह स्थिति संभावित रूप से रिमोट हमलावरों को कमजोर सिस्टम्स पर मनमाना कोड निष्पादित करने की अनुमति देती है।
उपयोगकर्ताओं पर असर कैसे पड़ेगा?
यह कमजोरियां हैकर्स को उपयोगकर्ताओं के संवेदनशील डेटा जैसे पासवर्ड, बैंकिंग जानकारी, पते और अन्य व्यक्तिगत विवरण तक अवैध रूप से पहुँचने का मौका दे सकती हैं। यह न केवल वित्तीय धोखाधड़ी का जोखिम बढ़ाती हैं बल्कि अन्य सुरक्षा खतरों को भी जन्म देती हैं।
कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी कमजोरियों के चलते ऑनलाइन सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा होता है। क्या गूगल की जिम्मेदारी सिर्फ नया अपडेट लाना भर है या पहले से मौजूद समस्याओं का निराकरण करना भी उसकी प्राथमिकता होनी चाहिए?
किन वर्जनों पर पड़ा असर?
गूगल क्रोम के वे संस्करण जो विंडोज और मैक के लिए 130.0.6723.69/.70 से पहले हैं और लिनक्स के लिए 130.0.6723.69 से पहले हैं, इन कमजोरियों से प्रभावित हैं।
सभी उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने क्रोम ब्राउज़र को तुरंत अपडेट कर लें ताकि इन कमजोरियों से बचा जा सके। नवीनतम Chrome 130 अपडेट इन समस्याओं का समाधान करता है।
गूगल क्रोम को वर्शन 130 पर कैसे अपडेट करें?
गूगल क्रोम को नवीनतम वर्शन पर अपडेट करने के लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- गूगल क्रोम खोलें और शीर्ष दाएं कोने में तीन बिंदुओं पर क्लिक करें।
- “हेल्प” पर क्लिक करें और “अबाउट क्रोम” का चयन करें।
- इसके बाद गूगल क्रोम अपडेट की जांच करेगा और नवीनतम वर्शन को स्वचालित रूप से इंस्टॉल कर देगा।
- अपडेट पूरा होने के बाद, ब्राउज़र को पुनः आरंभ करने की आवश्यकता होगी।