मेटा प्लेटफॉर्म्स ने एक नए फीचर की घोषणा की है, जिसके तहत इंस्टाग्राम और फेसबुक के यूरोपीय उपयोगकर्ताओं को “कम व्यक्तिगत विज्ञापनों” का विकल्प मिलेगा। मंगलवार को किए गए इस ऐलान के पीछे यूरोपीय नियामकों का बढ़ता दबाव एक बड़ा कारण माना जा रहा है।
यह कदम मेटा ने यूरोपीय संघ के नियामकों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उठाया है। आने वाले हफ्तों में, पूरे यूरोप में उपयोगकर्ताओं को एक विकल्प मिलेगा, जिसके तहत उन्हें अपने मौजूदा सत्र के अनुसार विज्ञापन दिखाई देंगे। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता किसी विशेष सत्र में जिस सामग्री के साथ बातचीत करेंगे, विज्ञापन उसी पर आधारित होंगे।
इस प्रक्रिया में उम्र, लिंग और स्थान जैसे जनसांख्यिकी कारकों का भी ध्यान रखा जाएगा, हालांकि कुछ विज्ञापनों को कुछ समय के लिए छोड़ना संभव नहीं होगा।
इस नए मॉडल के तहत मेटा ने विज्ञापन-मुक्त सब्सक्रिप्शन की लागत को लगभग 40% तक कम करने का निर्णय लिया है। यह कदम खासकर उन उपयोगकर्ताओं के लिए सहूलियत लेकर आएगा जो बिना विज्ञापन के एक निरंतर अनुभव चाहते हैं।
यह पहल ऐसे समय में आई है जब यूरोपीय नियामक बिग टेक की बढ़ती ताकत को काबू में करने और छोटे कंपनियों के लिए एक निष्पक्ष वातावरण सुनिश्चित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसके लिए यूरोपीय संघ ने हाल ही में डिजिटल मार्केट्स एक्ट (DMA) लागू किया है, जो प्रतिस्पर्धी ऑनलाइन सेवाओं के बीच एक आसान बदलाव का रास्ता साफ करता है। यह अधिनियम विशेष रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ऐप स्टोर्स तक के बीच सहज ट्रांजिशन को सरल बनाता है।
यूरोपीय संघ के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि मेटा द्वारा पेश किया गया यह नया मॉडल पूरी तरह से मेटा की ज़िम्मेदारी पर आधारित है, और इसे आयोग की ओर से न तो स्वीकृति मिली है और न ही इससे सहमति है। प्रवक्ता ने कहा, “इस मॉडल के प्रभाव पर फिलहाल कोई अटकलें लगाना जल्दबाजी होगी।”
यूरोप की शीर्ष अदालत का मेटा पर निर्णय
हाल ही में यूरोप की सर्वोच्च अदालत ने यह आदेश दिया कि मेटा को फेसबुक उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का उपयोग लक्षित विज्ञापन के लिए सीमित करना होगा, जिससे गोपनीयता कार्यकर्ता मैक्स श्रेम्स का समर्थन मिलता है। इसके साथ ही, कम व्यक्तिगत विज्ञापनों की रणनीति यूरोप में डिजिटल विज्ञापन परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ बनती नजर आ रही है।