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Friday, November 15, 2024
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अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए एक कोष बनाने का चरणबद्ध मार्गदर्शन

अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए एक कोष बनाना एक दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्य है जो सावधानीपूर्वक योजना और अनुशासन की मांग करता है। यहाँ एक चरणबद्ध मार्गदर्शन है जो आपको आवश्यक निधि को प्रभावी ढंग से एकत्र करने में मदद कर सकता है:

चरण 1: अपने लक्ष्य निर्धारित करें

भविष्य की शिक्षा लागत का अनुमान लगाएं: वर्तमान में भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा की लागत का अध्ययन करें और मुद्रास्फीति को ध्यान में रखें, जो आमतौर पर 6-10% वार्षिक होती है।

समय का निर्धारण करें: गणना करें कि आपके बच्चे के कॉलेज जाने में कितने वर्ष बाकी हैं, आमतौर पर 18 वर्ष, जिससे आपको प्रति वर्ष या प्रति माह बचत की आवश्यकता का अनुमान लगेगा।

चरण 2: लक्षित कोष की गणना करें

भविष्य की लागत की गणना करें: अनुमानित लागत और समय सीमा के आधार पर, भविष्य मूल्य की गणना करें या वित्तीय कैलकुलेटर का उपयोग करें ताकि आपके बच्चे के कॉलेज उम्र तक पहुंचने तक कितनी राशि की आवश्यकता होगी, इसका पता चल सके।

मुद्रास्फीति का हिसाब लगाएं: वर्तमान लागत को मुद्रास्फीति कारक से गुणा करें ताकि सटीक लक्ष्य कोष प्राप्त किया जा सके। उदाहरण के लिए, यदि वर्तमान लागत ₹10 लाख है और 15 वर्षों में मुद्रास्फीति दर 8% है, तो भविष्य में इसकी लागत लगभग ₹31.7 लाख हो सकती है।

चरण 3: अपने मौजूदा वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें

मौजूदा निवेश की समीक्षा करें: देखें कि क्या आपके पास अपने बच्चे की शिक्षा के लिए कोई निवेश निर्धारित है।

अंतर का पता लगाएं: अपनी मौजूदा बचत की तुलना लक्षित कोष से करें ताकि यह पता चल सके कि आपको और कितनी राशि बचत करने की आवश्यकता है।

चरण 4: उपयुक्त निवेश विकल्प चुनें

इक्विटी म्युचुअल फंड्स: 10 से अधिक वर्षों की अवधि के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड्स उपयुक्त हैं, जो लंबे समय में 10-12% वार्षिक रिटर्न देने की संभावना रखते हैं।

सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP): अनुशासित और दीर्घकालिक निवेश के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड्स में SIP शुरू करें।

पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड): यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जिसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है, जो रूढ़िवादी निवेशकों के लिए उपयुक्त है। पीपीएफ में कर-मुक्त रिटर्न होता है और वर्तमान ब्याज दर लगभग 7-8% है।

सुकन्या समृद्धि योजना (लड़कियों के लिए): यह सरकारी योजना उच्च ब्याज दर के साथ कर लाभ प्रदान करती है और विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा और विवाह के लिए बनाई गई है।

ऋण म्युचुअल फंड्स या फिक्स्ड डिपॉजिट्स: छोटी अवधि के निवेश या कम जोखिम के लिए इसका उपयोग करें। ऋण फंड्स आमतौर पर 6-8% का रिटर्न देते हैं।

बाल विशेष ULIPs: कुछ यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIPs) बच्चों की भविष्य की आवश्यकताओं के लिए निवेश और बीमा का संयोजन प्रदान करते हैं, लेकिन निवेश करने से पहले शुल्क और रिटर्न पर ध्यान दें।

चरण 5: जोखिम सहनशीलता के आधार पर निवेश रणनीति बनाएं

जोखिम सहनशीलता: युवा माता-पिता अधिक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं, जबकि लक्ष्य के करीब पहुंचने वाले माता-पिता सुरक्षित ऋण निवेशों का संतुलन रख सकते हैं।

विविधता: इक्विटी, ऋण और सरकारी योजनाओं का संयोजन एक संतुलित पोर्टफोलियो बना सकता है जो जोखिम को कम करते हुए रिटर्न को बढ़ाता है।

चरण 6: बचत स्वचालित करें और वार्षिक समीक्षा करें

स्वचालित निवेश करें: अनुशासित बचत सुनिश्चित करने के लिए स्वचालित SIP या आवर्ती जमा सेट करें।

वार्षिक पोर्टफोलियो समीक्षा: बाजार की स्थितियों और आपके बच्चे की बदलती आवश्यकताओं के आधार पर अपने निवेशों को समायोजित करें। लक्ष्य के करीब पहुंचने पर, इक्विटी से सुरक्षित ऋण विकल्पों की ओर शिफ्ट करने पर विचार करें।

चरण 7: सुरक्षा के लिए बीमा पर विचार करें

पर्याप्त जीवन बीमा प्राप्त करें: अप्रत्याशित परिस्थितियों में बच्चे की शिक्षा लागत को कवर करने के लिए एक जीवन बीमा योजना सुनिश्चित करें।

शिक्षा बीमा योजना: ऐसी शिक्षा बीमा योजनाओं पर विचार करें जो माता-पिता की असामयिक मृत्यु के मामले में एकमुश्त राशि प्रदान करती हैं ताकि शिक्षा बचत जारी रहे।

चरण 8: आवश्यकता अनुसार पुनः-मूल्यांकन और समायोजन करें

लागत और मुद्रास्फीति पर नजर रखें: उच्च शिक्षा की लागत में उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए आवश्यकतानुसार अपने लक्षित कोष को नियमित रूप से अपडेट करें।

निवेश समायोजन करें: बाजार या आपकी वित्तीय स्थिति में बदलाव के अनुसार अपने निवेश योजना को समायोजित करें ताकि आप अपने लक्ष्यों पर बने रहें।

चरण 9: रणनीतिक रूप से निकासी की योजना बनाएं

धीरे-धीरे निकासी शुरू करें: जैसे ही आप लक्ष्य के करीब पहुंचें, कोष को बाजार में उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर शिफ्ट करें।

कर प्रभाव पर विचार करें: कर-कुशल निकासी पर विचार करें ताकि आपके बच्चे की शिक्षा के लिए अधिकतम निधि उपलब्ध हो सके।

इन चरणों का पालन कर आप एक संतुलित शिक्षा कोष बना सकते हैं, जो आपके बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन सुनिश्चित करेगा।

Kavita Mishra
Kavita Mishrahttps://hindi.inventiva.co.in/
Kavita is a versatile content writer with a deep passion for news. Based in New Delhi, she has a keen interest in exploring the latest trends in the world of current affairs and delivering engaging content to her audience. Kavita has extensive experience working with Inventiva, where she honed her skills in content creation and developed a strong foundation in delivering high-quality, informative articles.
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