जैसे-जैसे दुनिया बूढ़ी हो रही है, सरकारों के सामने न केवल नागरिक सेवाओं को नई संरचनात्मक आवश्यकताओं के अनुसार ढालने की चुनौती है, बल्कि व्यवसायों और समाजों को भी इस जनसांख्यिकीय बदलाव के लिए तैयार करना होगा। सरकारी कर्मचारी, जिन्हें अक्सर एक अलग कार्यबल के रूप में नहीं देखा जाता, दुनिया के सबसे बड़े कार्यबल में से एक का हिस्सा हैं। उदाहरण के लिए, OECD देशों में ये कुल रोजगार का 20% से अधिक हैं।
सरकारों के लिए न केवल वृद्ध समाजों के लिए योजना बनाना जरूरी है, बल्कि तेजी से बदलती शासन प्रणाली के अनुकूल होना भी जरूरी है। घटते कार्यबल के चलते उत्पादकता में आने वाली कमी को आंशिक रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद, सरकारों को अपने प्रशासनिक ढांचे को नए सिरे से सोचने की जरूरत है। इसमें सरकारी क्षेत्र के वेतन ढांचे को दोबारा देखना और निजी क्षेत्र से कर्मचारियों की भर्ती और उन्हें बनाए रखने की व्यवस्था शामिल हो सकती है।
घटता कार्यबल और बढ़ती मांग
एक बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों के रिटायर होने और समाज की जरूरतों के बदलने के साथ, सबसे बड़ी चुनौती उच्च-गुणवत्ता वाली सार्वजनिक सेवाओं को घटते कार्यबल के साथ बनाए रखना होगा। जब कर्मचारियों की संख्या कम हो और मांग बढ़ती जाए, तो इन बदलावों के साथ तालमेल बिठाना और भी कठिन हो जाता है।
सरकारी सेवाओं का वृद्ध होना गंभीर परिणामों को जन्म दे सकता है। इससे नई सोच और नई प्रतिभाओं का प्रवेश कम हो जाता है और विभागीय निर्भरता कुछ वरिष्ठ कर्मचारियों पर बढ़ जाती है, जो संस्थागत ज्ञान बनाए रखने में सहायक होते हैं।
क्या AI समाधान है?
जर्मनी का उदाहरण इस समस्या को और स्पष्ट करता है। वहां का नागरिक सेवा कार्यबल 2030 तक 30% तक घटने की संभावना है, जो न केवल बुनियादी सार्वजनिक सेवाओं को बाधित कर रहा है बल्कि देश के कारोबारी माहौल को भी कमजोर बना रहा है। साधारण प्रमाणपत्रों की अनुमति पाने से लेकर विदेशी प्रतिभाओं को नियुक्त करने तक, हर चीज में देरी हो रही है।
AI और डिजिटलीकरण पर भारी निवेश एक समाधान के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, वृद्ध सरकारी कर्मचारी इन नई तकनीकों को अपनाने में हिचकिचाते हैं। जर्मनी की “पेपर-ब्यूरोक्रेसी” के प्रति गहरी लगाव इस समस्या को और जटिल बनाता है।
कौन उठाएगा जिम्मेदारी?
यहां बड़ा सवाल यह है कि सरकारें इस जटिल बदलाव को आंतरिक रूप से कैसे संभालेंगी और नागरिकों की अपेक्षाओं को कैसे पूरा करेंगी? यह केवल AI पर निर्भर नहीं हो सकता। मौजूदा कर्मचारियों को फिर से प्रशिक्षित करना और नई भर्तियों के लिए आकर्षक योजनाएं बनाना जरूरी है।