विशिष्ट कंपनियों की बजाए उत्पाद बेचने वाले प्लेटफार्म्स पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर विकल्प है, ऐसा मानना है सीएलएसए के भारत कंज़्यूमर सीनियर रिसर्च एनालिस्ट आदित्य सोनम का। उन्होंने मुंबई में एक मीडिया बातचीत के दौरान यह बात कही।
“अगर मैं ब्यूटी थीम में निवेश करना चाहूं, तो किसी विशिष्ट ब्यूटी कंपनी पर दांव लगाने की बजाए मैं एक ब्यूटी रिटेलर को प्राथमिकता दूंगा। इसी तरह, अगर एफएमसीजी में दिलचस्पी हो, तो व्यक्तिगत कंपनियों की जगह रिटेलर्स के समूह को तरजीह दूंगा,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि तेज़ सेवा वाले रेस्तरां (क्विक-सर्विस रेस्टोरेंट) का प्रदर्शन कमजोर है क्योंकि फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स जैसे स्विगी और ज़ोमैटो स्थानीय रेस्तरां को उभरने का मौका दे रहे हैं। सोनम ने छोटे शहरों में चार जगह जाकर हालात का जायजा लिया और पाया कि पिज़्ज़ा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा काफी ज्यादा है। छोटे शहरों में डोमिनोज़ जैसी कंपनियां स्थानीय चेन के साथ कड़ी टक्कर झेल रही हैं।
एफएमसीजी के संदर्भ में उन्होंने खाद्य और पेय पदार्थों को घरेलू और व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों से अधिक प्राथमिकता दी। उनका कहना है कि खाद्य और पेय श्रेणी में कम ग्रॉस मार्जिन के कारण नए खिलाड़ियों के लिए बड़े ब्रांड्स को चुनौती देना कठिन है। जबकि घरेलू और व्यक्तिगत देखभाल श्रेणियों में, जहां ग्रॉस मार्जिन 70-80% है और आरओआई 100% से अधिक है, नए खिलाड़ी सिर्फ 20% आरओआई स्वीकार करके भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, जो उनकी पूंजी लागत से ऊपर है।
“खाद्य श्रेणी में उपभोक्ता का भरोसा जीतना कठिन है। कोई उपभोक्ता सिर्फ सस्ते दाम पर किसी अज्ञात बिस्किट या नूडल ब्रांड को नहीं चुनता। इस श्रेणी में भरोसे का चक्र टूटने में समय लगता है। इसके विपरीत, घरेलू देखभाल उत्पादों जैसे टॉयलेट क्लीनर या फ्लोर क्लीनर में उपभोक्ता आसानी से प्रयोग करते हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि घरेलू देखभाल श्रेणी में डीमार्ट, रिलायंस जैसे ब्रांड्स के प्राइवेट लेबल्स पहले से ही डिटर्जेंट और टॉयलेट क्लीनर जैसे क्षेत्रों में खलल डाल रहे हैं। इन क्षेत्रों में उपभोक्ता प्रयोग करने के लिए तैयार रहते हैं और यदि भरोसा बनता है तो कंपनियां उच्च मूल्य वाले उत्पाद बेचने में सक्षम हो सकती हैं। हालांकि, फेस क्रीम या आईलाइनर जैसे उत्पादों के लिए भरोसा एक महत्वपूर्ण कारक बना रहता है, जिससे उपभोक्ता अनजान ब्रांड्स की ओर झुकने से बचते हैं।