Zara की मालिक कंपनी Inditex ने भारत से अपने स्पेन स्थित लॉजिस्टिक्स हब तक कपड़ों को लाने के लिए हवाई मालवाहन (एयर फ्रेट) का इस्तेमाल काफी बढ़ा दिया है। यह कदम शिपिंग में हो रही देरी से बचने के लिए उठाया गया है। ट्रेड डेटा, उद्योग विशेषज्ञों और निवेशकों की रिपोर्ट के अनुसार, यह बदलाव कंपनी की कार्बन उत्सर्जन को घटाने की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा करता है।
एयर फ्रेट के कारण कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि होती है, जो शिपिंग की तुलना में कई गुना अधिक है। Inditex, जो दुनिया का सबसे बड़ा फास्ट-फैशन रिटेलर है, ने 2030 तक अपने “स्कोप 3” (यानी अप्रत्यक्ष) उत्सर्जन को 50% तक कम करने का लक्ष्य रखा है।
रेड सी संकट के प्रभाव
रेड सी में असुरक्षा के चलते वैश्विक शिपिंग मार्गों में रुकावट आने के कारण, वस्त्र निर्यातकों और रिटेलर्स ने हवाई मालवाहन का उपयोग बढ़ा दिया है।
भारत और बांग्लादेश से Inditex की शिपमेंट के डेटा से पता चलता है कि कंपनी ने अगस्त 2024 तक समाप्त 12 महीनों में भारत से 3,865 शिपमेंट एयर फ्रेट से भेजी, जो पिछले साल की तुलना में 37% अधिक है। जनवरी 2024 से, रेड सी में कंटेनर जहाजों पर हमलों के बाद, इनमें से 3,352 शिपमेंट भेजी गईं।
कस्टम डेटा के अनुसार, भारत से Inditex की शिपमेंट में एयर फ्रेट का हिस्सा 2023 के 44% से बढ़कर 2024 के पहले आठ महीनों में 70% हो गया। बांग्लादेश के मामले में यह हिस्सा 26% से बढ़कर 31% हो गया।
Inditex का जवाब
कंपनी का कहना है कि एशिया से अधिकांश उत्पाद समुद्री मालवाहन (सी फ्रेट) के जरिए आते हैं, लेकिन रेड सी संकट जैसे असाधारण परिस्थितियों में हवाई मालवाहन का सहारा लिया जाता है।
कंपनी के आधे से अधिक सप्लायर यूरोप के पास के देशों जैसे मोरक्को, पुर्तगाल, स्पेन और तुर्की में हैं। भारत, बांग्लादेश, चीन और पाकिस्तान भी इसके शीर्ष 10 स्रोत देशों में शामिल हैं।
स्पेन के ज़रागोज़ा शहर में Inditex की अधिकांश एयर फ्रेट शिपमेंट पहुंचती हैं, जो Zara के लिए एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स केंद्र है। एयरपोर्ट डेटा के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2024 के बीच यहां कार्गो मूवमेंट में 39% की वृद्धि हुई।
पर्यावरणीय प्रभाव और निवेशकों की चिंता
हवाई मालवाहन के बढ़ते उपयोग से Inditex के ट्रांसपोर्ट उत्सर्जन में वृद्धि हो सकती है। 2023 में, इसकी कुल ट्रांसपोर्ट उत्सर्जन 2022 के मुकाबले 37% बढ़ गई। कंपनी ने हालांकि रिपोर्टिंग पद्धति में बदलाव का हवाला देते हुए 2022 और 2023 के आंकड़ों की तुलना को गलत बताया।
Inditex का लक्ष्य 2018 के स्तर की तुलना में 2030 तक स्कोप 3 उत्सर्जन को आधा करना है। हालांकि, 2023 में यह उत्सर्जन 16,418,450 मीट्रिक टन CO2 समतुल्य रहा, जो 2018 के मुकाबले 0.2% अधिक है।
निवेशकों की राय
कुछ निवेशकों का मानना है कि शिपिंग में देरी से बचने के लिए एयर फ्रेट का उपयोग करना उचित है, क्योंकि इससे कंपनी को मुनाफे और नकदी प्रवाह बनाए रखने में मदद मिलती है। हालांकि, पर्यावरणीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आपूर्ति श्रृंखला के अन्य हिस्सों में कटौती करनी होगी।
Inditex ने वैकल्पिक ईंधन, रूट्स और ओक्यूपेंसी स्तरों के अनुकूलन जैसे कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है।