भारत में लापरवाही के कारण जानें गंवाना कोई नई बात नहीं है, लेकिन उत्तर प्रदेश में हुआ एक सड़क हादसा कई मायनों में अलग है। इस हादसे में, जैसा कि अक्सर होता है, दो प्रमुख विफलताएं आपस में टकराईं, जबकि दुर्घटनाग्रस्त वाहन के ड्राइवर की कोई गलती नहीं थी।
गुरुग्राम से बरेली की ओर सप्ताहांत में सफर कर रहे तीन व्यक्तियों की उस समय मौत हो गई जब उनकी कार एक पुल से गिर गई। यह पुल अधूरा था, क्षतिग्रस्त था, या दोनों। यह पुल उथली नदी के ऊपर था लेकिन सड़क पूरी तरह तैयार नहीं थी।
पुलिस का बयान:
पुलिस के मुताबिक, मृतकों के मोबाइल फोन की जांच में पता चला कि वे गूगल मैप्स का उपयोग कर रहे थे।
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि गूगल जैसी विशाल कंपनी, जिसके पास अत्यधिक संसाधन हैं, अभी तक ऐसे खतरनाक गुमराह करने वाले मामलों से बचाने के लिए जरूरी उपाय लागू नहीं कर सकी है। यह घटना गूगल के मुख्यालय पर सोचने के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बननी चाहिए।
प्रशासन की लापरवाही:
दूसरी विफलता स्थानीय प्रशासन की है, जो सड़क सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालता है।
निश्चित तौर पर, ऐसे प्रोटोकॉल होना चाहिए जो जानलेवा स्थानों तक जाने वाली सभी सड़कों को अवांछित यातायात के लिए पूरी तरह से ब्लॉक कर दें। यह आश्चर्यजनक है कि इतने स्पष्ट और जरूरी कदम देश के बड़े हिस्सों में अनुपस्थित हैं।
यहां तक कि गुरुग्राम जैसे उच्चवर्गीय शहरी क्षेत्रों में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।
सुधार की आवश्यकता:
चाहे गूगल इस पर कोई कार्रवाई करे या न करे, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है।