एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशिकांत रुया का 80 वर्ष की आयु में सोमवार रात 23:55 बजे मुंबई में निधन हो गया। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के अनुसार, शशिकांत रुया लंबे समय से बीमार थे और अमेरिका में इलाज करवा रहे थे। इलाज के बाद वे भारत लौटे थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी मंजू और दो बेटे प्रशांत और अंशुमान हैं।
उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक रुया हाउस में रखा जाएगा। इसके बाद शाम 4 बजे उनकी अंतिम यात्रा रुया हाउस से हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए प्रस्थान करेगी।
एस्सार ग्रुप: एक वैश्विक समूह की कहानी
एस्सार ग्रुप, जो वर्तमान में तेल, ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, खनन, आईटी, रिटेल और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में कार्यरत है, की स्थापना 1969 में शशिकांत रुया और उनके भाई रवि रुया ने की थी।
कंपनी के पहले बड़े प्रोजेक्ट के रूप में 1969 में चेन्नई पोर्ट के बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण शामिल था। इसके बाद कंपनी ने 1991 में भारत के पहले स्वतंत्र पावर प्रोड्यूसर (IPP) के रूप में ऊर्जा क्षेत्र में प्रवेश किया, 1992 में शिपिंग और 1995 में टेलीकॉम व्यवसाय में कदम रखा।
शशिकांत रुया: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
एस्सार ग्रुप और परिवार के संयुक्त बयान के अनुसार, “एक प्रतिष्ठित उद्योगपति, श्री शशिकांत रुया ने भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने एस्सार ग्रुप की नींव रखी और इसे एक वैश्विक समूह में बदल दिया।”
बयान में आगे कहा गया, “समुदाय के उत्थान और परोपकार के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने लाखों लोगों के जीवन को छुआ और एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनकी विनम्रता, गर्मजोशी और सभी से जुड़ने की उनकी क्षमता ने उन्हें एक असाधारण नेता बनाया।”