केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ‘वर्क नियर होम’ पहल के तहत राज्य में दूरस्थ कार्य के अवसरों को बढ़ावा देने की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य छोटे शहरों में अत्याधुनिक कार्यस्थल स्थापित कर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच का अंतर कम करना है। इस प्रोजेक्ट का पहला कार्यस्थल कोट्टारक्कारा में बनाया जाएगा, जिसकी शुरुआत शनिवार को होगी और मार्च 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री विजयन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि पिछले कुछ वर्षों में रोजगार के स्वरूप में आए बदलावों को ध्यान में रखते हुए ऐसे कार्यस्थल बनाना आवश्यक है, जो इन बदलावों के अनुकूल हों। इस पहल के जरिए केरल को एक नॉलेज इकॉनमी के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे आधुनिक रोजगार प्रवृत्तियों के अनुरूप माहौल तैयार हो सके।
के-डिस्क के तहत बनेगी कार्यस्थलों की श्रृंखला
‘वर्क नियर होम’ प्रोजेक्ट केरल डेवलपमेंट एंड इनोवेशन स्ट्रैटेजिक काउंसिल (K-DISC) की अगुवाई में संचालित होगा। इस परियोजना के तहत राज्यभर में एक ऐसे कार्यस्थलों का नेटवर्क तैयार किया जाएगा, जो प्रमुख शहरी क्षेत्रों से बाहर स्थित होंगे। इन केंद्रों का उद्देश्य ज्ञान आधारित और आईटी क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों को लचीले ढंग से दूरस्थ कार्य करने की सुविधा प्रदान करना है।
कोट्टारक्कारा केंद्र: स्थायी विकास और समावेशी वृद्धि का प्रतीक
कोट्टारक्कारा में बनने वाला केंद्र 200 से अधिक पेशेवरों के लिए कार्यस्थल प्रदान करेगा। यह कोल्लम जिले का पहला पर्यावरण अनुकूल और ऊर्जा कुशल भवन भी होगा, जो सरकार की स्थायी विकास और हरित पहल के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस परियोजना के जरिए छोटे शहरों को पुनर्जीवित करने की योजना है, जहां महानगरों जैसे उच्च गुणवत्ता वाले कार्यस्थल उपलब्ध होंगे। राज्य सरकार का मानना है कि यह पहल संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देगी, जिससे आर्थिक प्रगति का लाभ केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित न रहे।
मुख्यमंत्री विजयन ने जोर देकर कहा कि ‘वर्क नियर होम’ प्रोजेक्ट राज्य के हर क्षेत्र में समान अवसर सुनिश्चित करेगा, ताकि हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी स्थान पर हो, रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सके।