जैसे-जैसे साल 2024 समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, यह समय न केवल उत्सवों का है बल्कि अपनी वित्तीय स्थिति को व्यवस्थित करने का भी एक बेहतरीन मौका है। वित्तीय वर्ष की सही शुरुआत के लिए अभी से योजना बनाना जरूरी है ताकि आप 2025 में आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें। चाहे आप एक अनुशासित योजनाकार हों या फिर वित्तीय कार्यों में पीछे चल रहे हों, यह आसान चेकलिस्ट आपको सही दिशा में ले जाने में मदद करेगी।
1. निवेशों का आकलन करें और पुनर्संतुलन करें
साल भर के बाजार उतार-चढ़ाव से आपके निवेश योजना से भटक सकते हैं। साल के अंत में पुनर्संतुलन जरूरी है ताकि आपके वित्तीय लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता में संतुलन बना रहे।
क्या करें:
- पोर्टफोलियो की समीक्षा करें: अपने म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स और अन्य निवेशों का प्रदर्शन जांचें। यदि आपका मिड-कैप म्यूचुअल फंड उम्मीद से बेहतर कर रहा है, तो तय करें कि इसे बनाए रखें या मुनाफा सुरक्षित विकल्पों में स्थानांतरित करें।
- एसेट एलोकेशन में बदलाव करें: यदि शेयर बाजार में तेजी के कारण आपके इक्विटी निवेश असंतुलित हो गए हैं, तो कुछ राशि डेट फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट या स्थिर साधनों में लगाएं।
2. कर बचत के लिए योजना बनाएं
अक्सर कर योजना मार्च में हड़बड़ी में की जाती है, लेकिन दिसंबर में ही इसकी तैयारी शुरू करना समझदारी है।
क्या करें:
- धारा 80C के तहत अधिकतम निवेश करें: पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना और एनएससी जैसे विकल्पों पर विचार करें। ₹1.5 लाख की सीमा को पूरा करने के लिए अपने ईपीएफ योगदान की गणना करें।
- धारा 80D का लाभ लें: स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर ₹25,000 तक की छूट मिलती है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 है।
- एनपीएस में योगदान दें: राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में निवेश कर अतिरिक्त ₹50,000 की छूट प्राप्त करें।
- अग्रिम कर समय पर भरें: सैलरी के अलावा अन्य आय स्रोतों जैसे फ्रीलांसिंग या किराये से कमाई पर 15 दिसंबर की डेडलाइन तक अग्रिम कर जमा करें।
3. उच्च ब्याज वाले कर्ज निपटाएं
क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन जैसे ऊंची ब्याज दर वाले कर्ज आपकी वित्तीय स्थिरता को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्या करें:
- क्रेडिट कार्ड कर्ज पर ध्यान दें: क्रेडिट कार्ड पर 36% से अधिक वार्षिक ब्याज लगता है। बोनस का उपयोग कर इस कर्ज को जल्द से जल्द चुकाएं।
- होम लोन पर आंशिक प्रीपेमेंट करें: भारतीय बैंक बिना पेनल्टी के आंशिक प्रीपेमेंट की अनुमति देते हैं, जिससे ब्याज का बोझ कम होता है।
4. बोनस का सही उपयोग करें
साल के अंत में मिलने वाला बोनस वित्तीय मजबूती लाने का एक अच्छा अवसर है।
क्या करें:
- दीर्घकालिक निवेश करें: बोनस का एक हिस्सा पीपीएफ, म्यूचुअल फंड या अन्य लंबे निवेश में लगाएं।
- आपातकालीन फंड बढ़ाएं: 3-6 महीने के खर्च के बराबर फंड बनाए रखना जरूरी है।
- एसआईपी टॉप-अप करें: एसआईपी में मामूली बढ़ोतरी से लंबे समय में बड़ा लाभ हो सकता है।
5. बीमा जरूरतों की समीक्षा करें
परिस्थितियों के अनुसार बीमा कवरेज का अपडेट होना जरूरी है।
क्या करें:
- स्वास्थ्य बीमा की समीक्षा करें: बढ़ते चिकित्सा खर्चों को देखते हुए पर्याप्त कवरेज जरूरी है।
- जीवन बीमा अपडेट करें: शादी, बच्चे का जन्म या घर खरीदने जैसी घटनाओं के बाद टर्म इंश्योरेंस को अपडेट करना जरूरी है।
- नामिती जांचें: अपने पॉलिसी में दर्ज नामितियों को अपडेट रखें।
6. नए निवेश अवसर तलाशें
वर्ष के अंत में नए निवेश विकल्पों पर विचार करना अच्छा है।
क्या करें:
- आरईआईटी और एसजीबी पर विचार करें: रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर ध्यान दें।
- वैश्विक निवेश करें: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में म्यूचुअल फंड या ईटीएफ में निवेश कर पोर्टफोलियो में विविधता लाएं।
7. 2025 के बड़े लक्ष्यों की योजना बनाएं
चाहे घर खरीदना हो, बच्चे की पढ़ाई के लिए बचत करनी हो या छुट्टियों की योजना बनानी हो, स्पष्ट वित्तीय योजना जरूरी है।
क्या करें:
- लक्ष्यों को विभाजित करें: यदि आपको दो साल में ₹5 लाख की जरूरत है, तो हर महीने ₹20,000 की बचत करें।
- कर बचत निवेश जल्दी शुरू करें: अप्रैल में ही कर बचत शुरू करने से बेहतर नकदी प्रवाह और समझदारी भरे निवेश संभव होते हैं।
अंतिम विचार
वित्तीय वर्ष के अंत में की गई यह योजना आपको न केवल 2024 का समापन बेहतर ढंग से करने में मदद करेगी बल्कि 2025 को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का आधार भी तैयार करेगी। अपने वित्तीय दस्तावेजों के साथ बैठकर इस चेकलिस्ट को पूरा करें। आपका भविष्य खुद आपको धन्यवाद देगा!