सरकार जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीति का विस्तार कर सकती है, जिससे उन वाहन निर्माताओं को फायदा होगा जो मौजूदा फैक्ट्रियों में इलेक्ट्रिक वाहन बना रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रस्तावित बदलाव से देश के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़े बदलाव आने की संभावना है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की स्थिति
फिलहाल, इलेक्ट्रिक कारों की हिस्सेदारी देश में कुल कार बिक्री का 3% से भी कम है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या 2025 तक इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना एक सही फैसला होगा या नहीं।
भारत में उपलब्ध इलेक्ट्रिक कारें
देश में कई कंपनियां अपनी इलेक्ट्रिक कारों का पोर्टफोलियो बढ़ा रही हैं:
- टाटा मोटर्स: टियागो ईवी, टिगोर ईवी, पंच ईवी, नेक्सन ईवी और कर्व ईवी उपलब्ध हैं।
- JSW MG मोटर इंडिया: विंडसर ईवी, कॉमेट ईवी और ZS ईवी बेचती है।
- महिंद्रा: XUV400 के अलावा हाल ही में BE 6e और XEV 9e लॉन्च किए गए हैं।
- ह्यूंडई: Ioniq 5 बेचती है और 2025 में क्रेटा ईवी लॉन्च करने की योजना है।
- BYD इंडिया: eMAX 7, Atto 3 और Seal जैसी गाड़ियां पेश करती है।
वहीं, मारुति सुजुकी 2025 में eVX कॉन्सेप्ट पर आधारित e Vitara लॉन्च करेगी।
स्कोडा और फॉक्सवैगन इंडिया भी क्रमशः Enyaq और ID.4 लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
इसके अलावा, मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी लग्जरी कंपनियों के ईवी भी बाजार में उपलब्ध हैं।
क्या इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना सही होगा?
इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें, अगर नई नीति से अनुकूल हुईं, तो 2025 तक कम हो सकती हैं। खासतौर पर ह्यूंडई, किआ, टोयोटा, फॉक्सवैगन और स्कोडा जैसे ब्रांड्स को फायदा मिल सकता है, जिनकी पहले से देश में मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं मौजूद हैं।
हालांकि, कीमत के अलावा भी कई अन्य कारक महत्वपूर्ण हैं।
- शहरों में उपयोग: अगर वाहन का उपयोग मुख्य रूप से शहर के अंदर है, तो ईवी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- हाईवे उपयोग: लंबी दूरी के लिए ईवी की सीमित रेंज और चार्जिंग स्टेशन की कमी एक चुनौती हो सकती है।
सरकार की योजना
सरकार ने PM Electric Drive Revolution in Innovative Vehicle Enhancement (PM E-DRIVE) योजना के तहत ₹2,000 करोड़ का बजट तय किया है। इसका उद्देश्य शहरों और कुछ खास हाईवे पर चार्जिंग नेटवर्क का विस्तार करना है।
योजना के तहत:
- 22,100 फास्ट चार्जर चार पहिया वाहनों के लिए,
- 1,800 फास्ट चार्जर इलेक्ट्रिक बसों के लिए,
- 48,400 फास्ट चार्जर दो और तीन पहिया वाहनों के लिए लगाए जाएंगे।
निष्कर्ष
इलेक्ट्रिक वाहन हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं हैं। लेकिन जो लोग शहरों में रहते हैं और जहां चार्जिंग स्टेशन की उचित उपलब्धता है, उनके लिए यह एक समझदारी भरा विकल्प हो सकता है।