Zepto के CEO आदित पलीचा, जिनकी कंपनी के वर्क कल्चर को लेकर एक वायरल दावे के बाद से विवादों में हैं, उन्हें Silicon Valley के एक भारतीय मूल के Gen Z उद्यमी का समर्थन मिला है। यह वही उद्यमी हैं, जिनके एक विवादित पोस्ट का जिक्र पलीचा ने हाल ही में किया था।
आदित पलीचा को यह समर्थन Greptile के CEO दक्ष गुप्ता से मिला है। गुप्ता, जो सैन फ्रांसिस्को स्थित एक AI स्टार्टअप के सह-संस्थापक हैं, ने एक वायरल पोस्ट में पलीचा के बयान पर प्रतिक्रिया दी।
गुप्ता का विवादित बयान और पलीचा का समर्थन
बुधवार को पलीचा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर गुप्ता के बयान का हवाला देते हुए लिखा,
“मुझे वर्क-लाइफ बैलेंस से कोई आपत्ति नहीं है। बल्कि, मैं इसे अपने सभी प्रतिस्पर्धियों को अपनाने की सलाह देता हूं।”
यह बयान गुप्ता के एक महीने पुराने पोस्ट से लिया गया था, जहां गुप्ता ने स्टार्टअप्स में वर्क कल्चर पर तीखी बहस छेड़ दी थी। इस पोस्ट के कुछ ही मिनटों बाद गुप्ता ने पलीचा के पोस्ट पर एक शब्द में प्रतिक्रिया दी,
“Real,”
Zepto पर वायरल Reddit दावा?
एक अनाम Reddit यूजर, जिसने खुद को Zepto कर्मचारी बताया, ने Zepto पर “टॉक्सिक वर्क कल्चर” को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। यूजर ने कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
गुप्ता के विचार
दक्ष गुप्ता ने NBC Bay Area से बातचीत में कहा कि उनकी कंपनी का वर्क कल्चर एक “रॉकेट लॉन्च” की तरह है।
“यह कुछ हद तक एक रॉकेट लॉन्च जैसा है,” 23 वर्षीय गुप्ता ने कहा।
गुप्ता, जो पहले Amazon में काम कर चुके हैं और दिल्ली में पढ़ाई की है, ने कहा कि सफलता कड़ी मेहनत और किस्मत का मिश्रण है। उन्होंने पिछले महीने एक पोस्ट में साफ कर दिया था कि उनकी कंपनी Greptile में “वर्क-लाइफ बैलेंस” की कोई गुंजाइश नहीं है। गुप्ता ने यह बात अपने कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के दौरान भी बताई।
निष्कर्ष
दोनों युवा CEOs का यह रुख स्टार्टअप्स में वर्क कल्चर पर एक नई बहस को जन्म दे चुका है। पलीचा और गुप्ता का यह बयान दिखाता है कि वर्क कल्चर को लेकर उनकी सोच स्पष्ट और विवादित है।