भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को बैंकों से आग्रह किया कि वे उसके नवाचार आधारित कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग (AI/ML) मॉडल MuleHunter.AI के साथ मिलकर काम करें, ताकि डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे, खासकर म्यूल अकाउंट्स के इस्तेमाल पर लगाम लगाई जा सके।
मुद्रास्फीति का अनुमान बढ़ा
आरबीआई ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 4.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि खाद्य कीमतों का दबाव दिसंबर तिमाही में भी जारी रहने से हेडलाइन मुद्रास्फीति ऊंची बनी रह सकती है।
म्यूल अकाउंट्स: एक गंभीर समस्या
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिसंबर 2024 की मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा, “धोखाधड़ी की राशि को चैनलाइज करने के लिए मनी म्यूल अकाउंट्स का उपयोग एक सामान्य तरीका है।” उन्होंने बताया कि आरबीआई “शून्य वित्तीय धोखाधड़ी” थीम पर आधारित एक हैकाथॉन चला रहा है, जिसका उद्देश्य म्यूल अकाउंट्स से निपटने के लिए नए समाधान विकसित करना है।
म्यूल अकाउंट क्या हैं?
म्यूल अकाउंट्स वे बैंक खाते हैं जिनका उपयोग अपराधी अवैध धन को स्थानांतरित करने के लिए करते हैं। अक्सर यह खाते ऐसे निर्दोष व्यक्तियों के नाम पर बनाए जाते हैं, जिन्हें आसान पैसा कमाने के लालच में फंसाया या मजबूर किया जाता है। इन खातों के जरिए धन का स्थानांतरण इतना जटिल और आपस में जुड़ा होता है कि उसे ट्रैक करना और वापस पाना मुश्किल हो जाता है।
MuleHunter.AI का पायलट प्रोजेक्ट सफल
आरबीआई ने एक AI/ML आधारित मॉडल MuleHunter.AI पेश किया है, जिसे उसकी सहायक संस्था रिजर्व बैंक इनोवेशन हब (RBIH) ने विकसित किया है। यह मॉडल म्यूल बैंक खातों की पहचान करने में पारंपरिक नियम-आधारित प्रणाली से अधिक प्रभावी साबित हुआ है।
आरबीआई ने बताया कि इस मॉडल का पायलट प्रोजेक्ट दो बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ चलाया गया, जिसके परिणाम “उत्साहजनक” रहे हैं।
बैंकों के लिए सहयोग का आह्वान
शक्तिकांत दास ने बैंकों से MuleHunter.AI पहल को और विकसित करने में RBIH के साथ सहयोग करने का आह्वान किया, ताकि वित्तीय धोखाधड़ी में उपयोग किए जाने वाले म्यूल अकाउंट्स पर नियंत्रण पाया जा सके।
नई तकनीकों से बदलाव
दास ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग (ML), टोकनाइजेशन और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी तकनीकों के साथ वित्तीय क्षेत्र में बड़े बदलाव हो रहे हैं। इनसे विशाल डेटा का प्रबंधन, जटिल प्रक्रियाओं का स्वचालन, बेहतर निर्णय क्षमता और अद्वितीय कार्यक्षमता हासिल हो रही है।
FREE-AI फ्रेमवर्क की घोषणा
आरबीआई गवर्नर ने वित्तीय क्षेत्र में एआई के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए एक Framework for Responsible and Ethical Enablement of AI (FREE-AI) विकसित करने के लिए एक समिति गठित करने की घोषणा की। यह समिति विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से मिलकर बनेगी और एक मजबूत, व्यापक और अनुकूल एआई फ्रेमवर्क की सिफारिश करेगी।
साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए कदम
दास ने कहा कि आरबीआई बैंकों और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर डिजिटल धोखाधड़ी रोकने के लिए कई कदम उठा रहा है। इनमें साइबर सुरक्षा, साइबर धोखाधड़ी की रोकथाम और लेन-देन की निगरानी के लिए आरबीआई द्वारा जारी दिशानिर्देश शामिल हैं।