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Thursday, February 6, 2025
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यूपीआई ने भारत को डिजिटल भुगतान क्रांति में अग्रणी बनाया

वित्त मंत्रालय ने शनिवार को जानकारी दी कि इस वर्ष जनवरी से नवंबर के बीच यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के माध्यम से 15,547 करोड़ लेनदेन में ₹223 लाख करोड़ की राशि का लेन-देन हुआ है।

मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए यूपीआई के भारत के वित्तीय लेनदेन पर प्रभाव को रेखांकित किया और इसे “लेनदेन की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव” बताया। साथ ही, मंत्रालय ने #FinMinYearReview2024 हैशटैग का उपयोग करते हुए यूपीआई की वैश्विक भूमिका और बढ़ते उपयोग पर प्रकाश डाला।

यूपीआई और रुपे के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ते कदमों के साथ, भारत की डिजिटल भुगतान क्रांति वैश्विक स्तर पर मजबूत हो रही है। वर्तमान में, यूपीआई संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस जैसे सात देशों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा पेश किया गया यूपीआई, बैंक खातों के बीच त्वरित धन हस्तांतरण की सुविधा देता है। तब से, इसने भारत की भुगतान प्रणाली को बदलते हुए कई बैंक खातों को एक ही स्मार्टफोन ऐप में जोड़ने का काम किया है।

यह तकनीक पीयर-टू-पीयर लेनदेन, व्यापारी भुगतान और नकद स्थानांतरण को सरल बनाने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भुगतान अनुरोध शेड्यूल करने की सुविधा देती है। यूपीआई ने तेज, सुरक्षित और सरल वित्तीय लेनदेन को संभव बनाते हुए लोगों, छोटे व्यवसायों और खुदरा विक्रेताओं को सशक्त बनाया है और देश को नकद-रहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ाने में मदद की है।

अक्टूबर 2024 में यूपीआई ने 16.58 बिलियन लेनदेन के साथ ₹23.49 लाख करोड़ का रिकॉर्ड बनाया। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, यह अक्टूबर 2023 में हुए 11.40 बिलियन लेनदेन की तुलना में 45% की वार्षिक वृद्धि है। 632 बैंकों के यूपीआई नेटवर्क से जुड़े होने के साथ, यह वृद्धि भारत के भुगतान क्षेत्र में यूपीआई के बढ़ते प्रभुत्व को दर्शाती है।

यूपीआई ने प्रवासी श्रमिकों, छोटे व्यवसायों और फुटपाथ विक्रेताओं के लिए धन भेजने और प्राप्त करने का तेज़ और सरल माध्यम उपलब्ध कराया है। कोविड-19 महामारी के दौरान, जब उपभोक्ता नकद के सुरक्षित और संपर्क रहित विकल्प तलाश रहे थे, यूपीआई का उपयोग काफी बढ़ा।

यूपीआई की सफलता का श्रेय मजबूत बुनियादी ढांचे और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव को दिया जा सकता है। उपयोगकर्ता की पहुंच और इस प्रणाली पर विश्वास ने इसकी व्यापक स्वीकृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फ्रांस पहला यूरोपीय देश है जिसने यूपीआई को लागू किया है, जो भारतीय व्यवसायों और ग्राहकों को विदेशों में धन हस्तांतरण में सहूलियत प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीआई के विस्तार को ब्रिक्स संगठन के भीतर प्रोत्साहित किया है, जिसमें अब छह नए सदस्य शामिल हो गए हैं। यह पहल भारत की वैश्विक वित्तीय स्थिति को मजबूत करने, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और प्रेषण प्रवाह को सशक्त बनाने की दिशा में मददगार साबित हो सकती है।

वित्त मंत्रालय के अनुसार, ACI वर्ल्डवाइड रिपोर्ट 2024 के आंकड़ों के आधार पर, 2023 में भारत ने विश्वभर में लगभग 49% वास्तविक समय भुगतान लेनदेन में योगदान दिया। यह भारत को डिजिटल भुगतान नवाचार में अग्रणी स्थान पर स्थापित करता है।

Kavita Mishra
Kavita Mishrahttps://hindi.inventiva.co.in/
Kavita is a versatile content writer with a deep passion for news. Based in New Delhi, she has a keen interest in exploring the latest trends in the world of current affairs and delivering engaging content to her audience. Kavita has extensive experience working with Inventiva, where she honed her skills in content creation and developed a strong foundation in delivering high-quality, informative articles.
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