ओला के सीईओ भविश अग्रवाल ने हाल ही में कर्मचारियों को एक संदेश भेजा है, जो ऑनलाइन चर्चा का विषय बन गया है। इस संदेश में उन्होंने कंपनी के भीतर प्रदर्शन और उत्तरदायित्व के महत्व पर जोर दिया। भविश अग्रवाल के संदेश में कहा गया कि मानव संसाधन (HR) विभाग कर्मचारियों से चर्चा के लिए संपर्क करेगा।
अग्रवाल ने कंपनी की उपस्थिति रिकॉर्ड की समीक्षा की और उन्हें संतोषजनक नहीं पाया। उन्होंने इस डेटा को “हैरान करने वाला” बताया और उन कर्मचारियों से नाराजगी व्यक्त की जिन्होंने बिना उचित कारण के काम पर उपस्थित नहीं हुए। अग्रवाल ने यह भी घोषणा की कि सोमवार से उपस्थिति की अपेक्षाएँ और कड़ी की जाएंगी, और HR उन कर्मचारियों से बात करेगा जिन्होंने कंपनी की लचीलापन का दुरुपयोग किया है। भविश अग्रवाल ने ओला इलेक्ट्रिक ऐप पर स्कूटर की रियल टाइम सेवा अपडेट ट्रैक करने के लिए नया फीचर ‘सर्विस स्टेटस?’ लॉन्च करने की भी घोषणा की।
अपने संदेश में अग्रवाल ने यह स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को अपनी आत्म-इज्जत बनाए रखनी चाहिए और कंपनी के नियमों का फायदा उठाकर काम पर न आने से बचना चाहिए। उन्होंने यह बताया कि काम पर न आना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि उन सहकर्मियों के प्रति भी अपमानजनक है जो कड़ी मेहनत करते हैं और कंपनी में योगदान करते हैं।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक कर्मचारी समझे कि उनके कार्यों का दूसरों पर असर पड़ सकता है, और जब वे अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदार और प्रतिबद्ध होते हैं, तो वे अपने टीममेट्स की मेहनत की सराहना करते हैं। यह सम्मान एक बेहतर और सहायक कार्यस्थल बनाने में मदद कर सकता है।
अग्रवाल ने इस दावे को खारिज किया कि फेसियल रिकग्निशन सिस्टम में कोई गलती थी और कर्मचारियों से अपील की कि वे “बुनियादी समझदारी का अपमान न करें”। उन्होंने कर्मचारियों को याद दिलाया कि ओला के पास काम से घर नीति नहीं है, सिवाय वास्तविक जरूरतों के, और उन्हें काम पर आने, अच्छा काम करने, अच्छा प्रदर्शन करने और ओला के मिशन का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया।
भविश अग्रवाल के पास भारत भर में ओला स्टोर्स खोलने की बड़ी योजनाएं हैं। उन्होंने कहा, “हम #SavingsWalaScooter को हर शहर, कस्बे और तहसील में ले जाने के लिए बहुत उत्साहित हैं!” अग्रवाल ने घोषणा की कि वे देशभर में 4,000 ओला स्टोर्स खोलने जा रहे हैं, ताकि भारत में ग्राहकों को उनके इलेक्ट्रिक स्कूटर आसानी से उपलब्ध हो सकें।