अडानी ग्रुप ने अमेरिकी ऊर्जा और इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में $10 अरब का निवेश करने की योजना बनाई है। समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी। उन्होंने नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी बधाई दी है।
गौतम अडानी ने अहमदाबाद में एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “@realDonaldTrump को बधाई। भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के गहराने के साथ ही अडानी ग्रुप वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए अमेरिकी ऊर्जा सुरक्षा और मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में $10 अरब का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे करीब 15,000 नौकरियों का सृजन हो सकता है।”
हालांकि, अडानी ने इन परियोजनाओं के समय या विस्तार जैसे अन्य कोई जानकारी नहीं दी, सिर्फ उनके मूल्य का खुलासा किया है।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी तेल और गैस उद्योग समूह, अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टिट्यूट (API), ने डोनाल्ड ट्रंप से कई ऐसे कदम उठाने का अनुरोध किया है जो राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों को समाप्त कर सके। इन नीतियों को, API का कहना है, कि उन्होंने नौकरियों और ऊर्जा सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।
ट्रंप ने अपनी जीत के भाषण में “ड्रिल, बेबी, ड्रिल” नारे का इस्तेमाल करते हुए तेल क्षेत्र के प्रति अपना रुख जाहिर किया, जिसमें उन्होंने उत्पादन को और अधिक बढ़ाने का वादा किया है।
इसके अलावा, अडानी ग्रुप अगले कुछ वर्षों में 10 GW की विदेशी हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजनाएं स्थापित करने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, समूह नेपाल, भूटान, केन्या, तंजानिया, फिलीपींस और वियतनाम में ऐसी परियोजनाएं स्थापित करने पर विचार कर रहा है।
गौतम अडानी ने यूरोपीय संघ, जर्मनी, डेनमार्क और बेल्जियम से आए चार राजदूतों का भी स्वागत किया था। उन्होंने गुजरात में समूह के नवीकरणीय ऊर्जा संचालन का गहन दौरा कर उन्हें परियोजनाओं से अवगत कराया।
अडानी एंटरप्राइजेज का अमेरिकी आधारित एजकॉनेक्स (EdgeConneX) के साथ भी समझौता है, जो भारत में हाइपरस्केल डेटा सेंटर बनाने के लिए एक वैश्विक डेटा सेंटर ऑपरेटर है।