बुधवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता बेहद चिंताजनक रही, जहाँ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 441 तक पहुँच गया। यह स्थिति ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई।
दिल्ली के 37 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 32 स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में दिखाया, जहाँ कई स्थानों पर AQI 480 तक पहुँच गया। बाकी स्टेशनों ने ‘गंभीर’ श्रेणी की वायु गुणवत्ता दर्ज की।
सीपीसीबी के अनुसार, 400 या उससे अधिक AQI स्तर पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
वर्तमान में, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-IV के तहत सबसे सख्त प्रतिबंध लागू हैं। इनमें निर्माण कार्यों पर रोक और गैर-आवश्यक वस्तुएं ले जाने वाले प्रदूषणकारी ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध शामिल है।
दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य स्तर से एक डिग्री कम है। सुबह 8:30 बजे आर्द्रता स्तर 93 प्रतिशत दर्ज की गई। अधिकतम तापमान मुख्यतः साफ आसमान के बीच 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
सर्दियों में GRAP के तहत वायु गुणवत्ता को चार श्रेणियों में बांटा गया है:
- चरण I (खराब, AQI 201-300),
- चरण II (बहुत खराब, AQI 301-400),
- चरण III (गंभीर, AQI 401-450),
- चरण IV (गंभीर प्लस, AQI 450 से अधिक)।
क्या प्रदूषण से निपटने के लिए मौजूदा कदम पर्याप्त हैं, या दिल्ली को और कठोर उपायों की आवश्यकता है?