हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) तमिलनाडु में दो अक्षय ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने जा रही है। इन संयंत्रों की कुल लागत ₹38 करोड़ होगी। कंपनी का लक्ष्य है कि वह 2025 तक 100% अक्षय ऊर्जा का उपयोग सुनिश्चित कर सके।
इस परियोजना के तहत, एक 75 मेगावाट का सोलर प्लांट और 43 मेगावाट का विंड पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी कंपनी ने गुरुवार, 22 अक्टूबर 2024 को एक प्रेस बयान में दी।
इस पहल के लिए हुंडई इंडिया ने फोर्थ पार्टनर एनर्जी लिमिटेड (FPEL) के साथ 25 साल का करार किया है।
फोर्थ पार्टनर एनर्जी के सह-संस्थापक और कार्यकारी निदेशक विवेक सुब्रमण्यम ने कहा, “इस करार के जरिए हम हर साल HMIL को 25 करोड़ यूनिट से अधिक स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करेंगे, जिससे कंपनी 2 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर सकेगी।”
जून 2024 तक, हुंडई अपनी 63% ऊर्जा आवश्यकताओं को अक्षय ऊर्जा स्रोतों से पूरा कर रही थी।
कंपनी का लक्ष्य 2025 तक 100% अक्षय ऊर्जा का उपयोग करना है। यह RE100 पहल का हिस्सा है, जो एक वैश्विक कॉर्पोरेट अक्षय ऊर्जा पहल है। इस पहल को क्लाइमेट ग्रुप द्वारा चलाया जाता है, जिसका उद्देश्य बड़ी कंपनियों को 100% अक्षय बिजली उपयोग के लिए प्रेरित करना है।
यह परियोजना एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) कंपनी के जरिए पूरी की जाएगी, जिसमें हुंडई की 26% और FPEL की 74% हिस्सेदारी होगी।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य निर्माण अधिकारी गोपालकृष्णन चथापुरम शिवरामकृष्णन ने कहा, “पवन और सौर ऊर्जा की क्षमता का उपयोग करके हम न केवल अपना कार्बन फुटप्रिंट कम कर रहे हैं, बल्कि ‘प्रोग्रेस फॉर ह्यूमैनिटी’ के अपने वैश्विक दृष्टिकोण को भी साकार कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि यह रणनीतिक साझेदारी अन्य उद्योगों को भी अक्षय ऊर्जा अपनाने और एक सतत भविष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगी।”