भारतीय स्वास्थ्य क्षेत्र तीव्र गति से विकास कर रहा है, जिसमें फार्मास्युटिकल बाजार वर्तमान में USD 60 बिलियन के मूल्यांकन से बढ़कर 2030 तक अनुमानित USD 120 बिलियन तक पहुंचने की संभावना है। यह जानकारी भारत के फार्मास्युटिकल प्रोड्यूसर्स ऑर्गनाइजेशन (OPPI) और बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की एक रिपोर्ट में दी गई है।
इस शिखर सम्मेलन में उद्योग जगत के नेताओं, इनोवेटर्स, वैज्ञानिकों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया, जिसमें भारत की वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ती भूमिका पर चर्चा की गई।
भारत न केवल एक वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है, बल्कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच एक आर्थिक प्रकाशस्तंभ भी बनता जा रहा है। OPPI के डायरेक्टर जनरल अनिल मटाई ने कहा, “भारत का मजबूत फार्मा इकोसिस्टम और सरकार की दूरदर्शी पहल देश को एक वैश्विक फार्मा महाशक्ति के रूप में स्थापित कर रही हैं।”
वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनियों ने इस बदलाव में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाया, मरीज-केंद्रित कार्यक्रमों को लागू किया और स्थानीय उत्पादन एवं अनुसंधान क्षमताओं में निवेश किया है।
अगले पांच वर्षों में, लगभग 70 प्रतिशत वैश्विक फार्मा कंपनियां भारत में 10 प्रतिशत से अधिक वार्षिक वृद्धि हासिल करने की उम्मीद कर रही हैं।
BCG की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीनियर पार्टनर प्रियंका अग्रवाल ने कहा, “भारतीय फार्मा बाजार 2030 तक दोगुना होने के लिए तैयार है, जिससे वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनियों के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे।”
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि भारत में सफलता पाने के लिए कंपनियों को एक विशेष, भारत-केंद्रित रणनीति अपनानी होगी। विशेष दवाओं के लिए असमान भुगतान कवरेज, जटिल मूल्य निर्धारण अनुसूचियां और विविध स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचे जैसी चुनौतियों के चलते कंपनियों को अपने पोर्टफोलियो और परिचालन मॉडल में बदलाव करने की आवश्यकता है।
BCG के मैनेजिंग डायरेक्टर और पार्टनर अनिरुद्ध तारा ने कहा, “भारत के स्वास्थ्य बाजार में जीत हासिल करने के लिए स्थानीय परिस्थितियों की गहन समझ आवश्यक है, जिसमें अनुकूलित मूल्य निर्धारण, मरीजों के लिए सुलभता कार्यक्रम, रणनीतिक साझेदारियां और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को सशक्त बनाना शामिल है।”
उन्होंने आगे कहा, “इस रिपोर्ट में उल्लिखित आठ सिद्धांत वैश्विक फार्मास्युटिकल कंपनियों को इस उच्च-विकास बाजार में अद्वितीय अवसरों और चुनौतियों को नेविगेट करने के लिए एक रोडमैप प्रदान करते हैं।”