यूरोपीय दावा प्रसंस्करण एजेंसी AirHelp द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में इंडिगो को इस वर्ष दुनिया की सबसे खराब एयरलाइनों में शामिल किया गया है, जिसे लेकर इंडिगो ने कड़ी आपत्ति जताई है।
‘AirHelp स्कोर रिपोर्ट 2024’ में इंडिगो को 109 में से 103वें स्थान पर रखा गया है। यह रिपोर्ट एयरलाइनों के वैश्विक ग्राहक दावों, समयपालन प्रदर्शन, और 54 देशों के यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर तैयार की गई है। इसमें भोजन की गुणवत्ता, सीटों की सुविधा और क्रू सेवा जैसे पहलुओं का भी आकलन किया गया है।
इंडिगो ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि इसमें भारत से जुड़े डेटा का उल्लेख नहीं किया गया है और न ही इसमें वैश्विक विमानन उद्योग द्वारा उपयोग की जाने वाली कार्यप्रणाली या मुआवजा दिशानिर्देशों को ध्यान में रखा गया है। इससे रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं।
इंडिगो ने आगे कहा कि भारत का विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), एयरलाइनों की समयपालन और ग्राहक शिकायतों का मासिक डेटा प्रकाशित करता है, जिसमें इंडिगो ने हमेशा उच्च स्कोर किया है। साथ ही, इंडिगो का ग्राहक शिकायत अनुपात भी उसके आकार और संचालन के पैमाने के हिसाब से सबसे कम है।
एयरलाइन का परिचालन और सेवाएं:
इंडिगो के पास 380 से अधिक विमानों का बेड़ा है, जो 85 घरेलू और 30 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए प्रतिदिन लगभग 2,100 उड़ानें संचालित करता है।
इंडिगो ने कहा, “भारत की सबसे पसंदीदा एयरलाइन के रूप में, हम इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों को खारिज करते हैं और अपने ग्राहकों को समय पर, किफायती, विनम्र और परेशानी मुक्त यात्रा का अनुभव प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं।”
भारतीय विमानन बाजार में हिस्सेदारी:
इंडिगो ने जनवरी से सितंबर तक 7.25 करोड़ से अधिक यात्रियों को सेवा दी है, जिससे इसकी बाजार हिस्सेदारी 61.3% हो गई है। इसके बाद, टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने 1.64 करोड़ यात्रियों को सेवा दी, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 13.9% है।
AirHelp की इस रिपोर्ट में एयर इंडिया को 61वां और एयरएशिया को 94वां स्थान मिला है, जबकि शीर्ष तीन स्थान ब्रुसेल्स एयरलाइंस, कतर एयरवेज और यूनाइटेड एयरलाइंस को दिए गए हैं।