मुंबई की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को मेहुल चोकसी की ₹2,565.90 करोड़ की संपत्तियों के मोनेटाइजेशन की अनुमति दे दी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। ये संपत्तियां 2018 से ED द्वारा जब्त की गई थीं। यह कार्रवाई मेहुल चोकसी के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक (PNB) धोखाधड़ी मामले की जांच के तहत की गई थी।
अदालत का यह निर्णय तब आया जब ED ने पंजाब नेशनल बैंक और आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के साथ मिलकर अदालत में याचिका दायर की। ED ने ‘X’ पर पोस्ट के माध्यम से बताया, “PNB और ICICI बैंक (बैंक धोखाधड़ी के पीड़ित) के साथ मिलकर एक सामूहिक प्रयास किया गया और मेहुल चोकसी मामले में संपत्तियों की बहाली के लिए याचिका दायर की गई।”
इस आदेश के बाद ₹125 करोड़ की संपत्तियों सहित अन्य संपत्तियों का हस्तांतरण शुरू हो चुका है।
मेहुल चोकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी पर आरोप है कि उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर बैंक से ₹13,400 करोड़ की धोखाधड़ी की।
एजेंसी ने 31 जनवरी 2018 को नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल, और चाचा मेहुल चोकसी समेत अन्य लोगों के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की थी। यह शिकायत 29 जनवरी 2018 को पीएनबी के मुंबई जोनल कार्यालय के उप महाप्रबंधक द्वारा दर्ज कराई गई थी।
सीबीआई ने इसके बाद दो और एफआईआर दर्ज कीं, जिनमें अधिकतर आरोपित समान हैं। इन सभी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किए जा चुके हैं।
चोकसी ने दावा किया है कि उन्होंने न तो आपराधिक अभियोजन से बचने के लिए भारत छोड़ा और न ही वे वापस आने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि “वे ऐसी परिस्थितियों के कारण वापस नहीं आ सके, जो उनके नियंत्रण से बाहर हैं।”
यह माना जाता है कि चोकसी वर्तमान में एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहे हैं और भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है। हालांकि, चोकसी ने स्थानीय अदालतों में इस मांग का विरोध किया है।
ED की पोस्ट के बाद, पंजाब नेशनल बैंक के शेयर एनएसई पर 2.09% बढ़कर ₹111.04 प्रति शेयर तक पहुंच गए। शेयर अंत में 1.56% बढ़कर ₹110.47 पर बंद हुए। वहीं, बेंचमार्क निफ्टी 50 में 0.04% की गिरावट दर्ज की गई।
पिछले 12 महीनों में पीएनबी का शेयर 24.90% और इस साल अब तक 12.96% बढ़ा है।
कंपनी पर नज़र रखने वाले 18 विश्लेषकों में से 8 ने इसे ‘खरीदने’, 5 ने ‘रखने’, और 5 ने ‘बेचने’ की सलाह दी है। ब्लूमबर्ग डेटा के अनुसार, औसत 12 महीने का विश्लेषकों का लक्ष्य मूल्य 1.2% की बढ़ोतरी का संकेत देता है।