सोमवार, 2 दिसंबर 2024 को शुरू होने वाली प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को फिलहाल टाल दिया गया है। नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। यह योजना वित्त वर्ष 2024-25 के केंद्रीय बजट में घोषित की गई थी और आगामी पांच वर्षों में एक करोड़ छात्रों को इंटर्नशिप अवसर देने का लक्ष्य रखा गया है।
योजना की देरी का कारण पायलट स्कीम से मिले फीडबैक की समीक्षा बताया गया है। पायलट स्कीम के तहत 1.25 लाख छात्रों को भारत की शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप का अवसर देने का लक्ष्य रखा गया था।
इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2024-25 में की थी। इसके अंतर्गत, 21 से 24 वर्ष की आयु के वे उम्मीदवार पात्र होंगे जिन्होंने कम से कम कक्षा 10 पास की हो। सरकार प्रत्येक उम्मीदवार को ₹6,000 की एकमुश्त राशि और ₹4,500 मासिक भत्ता देगी। इसके अलावा, कंपनी की ओर से ₹500 प्रति माह अतिरिक्त दिया जाएगा।
योजना का उद्देश्य युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है, ताकि उन्हें बड़ी कंपनियों में काम करने का अनुभव मिल सके। इस उद्देश्य के लिए सरकार ने बजट में ₹2,000 करोड़ आवंटित किए हैं, जिनमें से 20 नवंबर तक ₹6.04 करोड़ खर्च हो चुके हैं।
पायलट योजना के तहत कंपनियों ने 1.27 लाख इंटर्नशिप के अवसर दिए, जबकि 6.21 लाख आवेदन प्राप्त हुए। पंजीकरण के लिए पोर्टल 12 अक्टूबर 2024 से 15 नवंबर 2024 तक खुला था।
इस योजना में शामिल 500 शीर्ष कंपनियों की सूची उनके पिछले तीन वर्षों के औसत कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) खर्च के आधार पर तैयार की गई है। योजना में भाग लेना कंपनियों के लिए स्वैच्छिक है।