केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि सरकार टेस्ला जैसी विदेशी कंपनियों के लिए भारत में व्यापार करने की अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने को तैयार है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो कंपनियाँ इस मौके का लाभ नहीं उठाएंगी, उन्हें अपने नुकसान की जिम्मेदारी खुद उठानी होगी।
गोयल ने यह बयान ग्रीन भारत सम्मेलन में विशेष बातचीत के दौरान दिया, जहाँ उनसे एलन मस्क की कंपनी टेस्ला के भारत में संभावित प्रवेश को लेकर सवाल पूछा गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत किसी कंपनी को यहाँ व्यापार करने के लिए मजबूर नहीं कर सकता, लेकिन सरकार एलन मस्क और उनकी कंपनी टेस्ला को भारतीय बाजार में प्रवेश करते देख बेहद खुश होगी।
उन्होंने कहा, “हम किसी पर यह फैसला नहीं थोप सकते कि वे भारत आएँ या नहीं। लेकिन हम तैयार हैं और ऐसी स्थितियाँ बनाने के लिए उत्सुक हैं जो टेस्ला, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, वोल्वो जैसी और कंपनियों को भारत में निर्माण करने के लिए आकर्षित करें। हम चाहते हैं कि ये सभी कंपनियाँ भारत में निर्माण करें।”
गोयल ने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाई गई सभी नीतियाँ “कंपनी और व्यक्ति के प्रति निष्पक्ष” हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई कंपनी भारत में निर्माण का अवसर गंवाती है, तो यह उनका ही नुकसान होगा। गोयल ने स्पष्ट किया, “जो भी इस मौके को गंवाता है, वह अपने जोखिम और नुकसान पर करता है, क्योंकि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है।”
उन्होंने यह भी अनुमान लगाया कि यदि टेस्ला भारतीय बाजार में प्रवेश करती है, तो उसे पहले ही दिन लगभग 1,00,000 बुकिंग प्राप्त हो सकती हैं।
इससे पहले इस महीने गोयल ने कहा था कि टेस्ला या स्टारलिंक के भारत में प्रवेश को लेकर अभी कोई बातचीत नहीं हो रही है। उल्लेखनीय है कि एलन मस्क ने इस साल अप्रैल में अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी, जिससे भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन और ब्रॉडबैंड बाजार में उनके प्रवेश की योजनाएँ अस्थायी रूप से बाधित हो गई थीं।