पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस अप्रैल 2025 से लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) को एक अलग सेगमेंट के तौर पर शुरू करेगी। यह जानकारी प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गिरीश कौसगी ने दी।
कौसगी ने मुंबई में रणनीतिक विकास योजनाओं का खुलासा करते हुए कहा,
“एलएपी वर्टिकल हम अप्रैल 2025 से शुरू करेंगे। यह एक नया वर्टिकल होगा, जो हमें प्रॉफिटेबिलिटी में मदद करेगा, क्योंकि एलएपी हाई-बिजनेस सेगमेंट है और यह वर्टिकल सभी सेगमेंट्स में फैला हुआ है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एलएपी वर्टिकल रिटेल सेगमेंट के तहत आएगा।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि वह अपने नॉन-हाउसिंग पोर्टफोलियो को बढ़ाकर रिटेल प्रोडक्ट मिक्स का 30 प्रतिशत करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत एलएपी ऑफरिंग्स को लचीले भुगतान विकल्पों और बढ़ी हुई लोन लिमिट जैसी सुविधाओं के साथ पेश किया जाएगा, ताकि ग्राहकों की बदलती वित्तीय ज़रूरतों को पूरा किया जा सके।
कंपनी का लक्ष्य:
वर्तमान में, नॉन-हाउसिंग लोन बुक कुल रिटेल मिक्स का 27.8 प्रतिशत है, जिसे 30 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी के रिटेल डिबर्समेंट्स 28 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ ₹5,341 करोड़ तक पहुंच गए। इसमें अफोर्डेबल और इमर्जिंग मार्केट सेगमेंट्स की हिस्सेदारी 31 प्रतिशत रही।
कॉर्पोरेट लोन में वृद्धि की योजना:
कौसगी के अनुसार, कॉर्पोरेट लोन 2026-27 तक ₹7,000 करोड़ से ₹8,000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा,
“वित्त वर्ष 2027 में, कॉर्पोरेट बुक ₹7,000 करोड़ से ₹8,000 करोड़ होगी। कुल बुक लगभग ₹1 लाख करोड़ और ₹8,000 करोड़ होगी।”
जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का कॉर्पोरेट लोन ₹1,531 करोड़ था, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 35.7 प्रतिशत कम है।
फंडरेज़िंग की योजना:
कौसगी ने बताया कि पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस चालू वित्त वर्ष के अंत तक $100 मिलियन से $150 मिलियन की दो बाहरी व्यावसायिक उधार (ECB) जुटाएगी।