प्रसिद्ध कैज़ुअल डाइनिंग रेस्टोरेंट चेन, TGI फ्राइडे, अब नवीनतम रेस्टोरेंट चेन बन गया है जिसने दिवालिया याचिका दायर की है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, 2 नवंबर को टेक्सास में कंपनी ने अध्याय 11 दिवालियापन के तहत राहत माँगी। यह कदम ऐसे समय में आया है जब उपभोक्ताओं की बदलती आदतें, महंगाई और फास्ट फूड से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनी को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है।
31 अक्टूबर को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, टीजीआईएफ अपने ऋण दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन नहीं जुटा पा रही थी। जून 2024 में एक स्वतंत्र ऑडिटर के बयान का हवाला देते हुए, यह बताया गया कि रेस्टोरेंट श्रृंखला की आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर हो रही थी।
हालांकि, अभी तक टीजीआईएफ ने इन खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
दिवालिया प्रक्रिया के लिए याचिका दर्ज
टीजीआई फ्राइडे ने टेक्सास में अध्याय 11 दिवालियापन के तहत अपनी याचिका में लगभग $100-550 मिलियन की संपत्ति और $100-500 मिलियन के दायित्वों का विवरण दिया है। कंपनी ने कहा कि वह अपने रेस्टोरेंट्स को वित्तीय मदद मुहैया कराने के विकल्प तलाश रही है ताकि दिवालियापन पुनर्गठन प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा सके।
रेस्टोरेंट्स की कठिन राह
TGIF जैसे बड़े नाम के दिवालिया होने का मतलब केवल एक कंपनी का गिरना नहीं है, बल्कि यह पूरी कैज़ुअल डाइनिंग इंडस्ट्री की वर्तमान चुनौती को उजागर करता है। सस्ता और तेजी से उपलब्ध होने वाला भोजन, जैसे कि चिपोटल और अन्य फास्ट फूड विकल्पों से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा में, यह उद्योग संघर्ष कर रहा है।
कम लागत वाली डाइनिंग सेवाओं के ग्राहकों पर भी महंगाई और आवास खर्च का गहरा असर पड़ रहा है, जिससे लोग बाहर खाने से परहेज कर रहे हैं और घर पर ही खाना पसंद कर रहे हैं। उपभोक्ता अब सोच-समझकर निर्णय ले रहे हैं, जिसमें TGIF जैसी कंपनियों के लिए लाभदायक बने रहना मुश्किल होता जा रहा है।
अन्य कंपनियां भी इस वर्ष दिवालियापन का सहारा ले चुकी हैं, जिनमें रेड लॉब्स्टर, बुका दी बेप्पो, रुबियो’स कोस्टल ग्रिल और मेक्सिकन रेस्त्रां टीजुआना फ्लैट्स जैसे नाम शामिल हैं।