भारत के सूचीबद्ध टेक यूनिकॉर्न्स में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अधिक वेतन मिल रहा है, लेकिन Nykaa इसमें अपवाद है। Zomato, Paytm, Delhivery और Mamaearth जैसी कंपनियों की वार्षिक रिपोर्ट्स के अनुसार, इन कंपनियों में महिला कर्मचारियों का औसत वेतन उनके पुरुष समकक्षों से अधिक है।
सबसे अधिक अंतर Paytm में देखने को मिला, जहां वित्त वर्ष 2024 में महिला कर्मचारियों का औसत वेतन पुरुषों की तुलना में 160 प्रतिशत अधिक था। हालांकि, कॉस्मेटिक्स और फैशन कंपनी Nykaa में, जहां Falguni Nayar संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, वहां महिला कर्मचारियों का औसत वेतन पुरुषों से 27 प्रतिशत कम है।
समान वेतन में भले ही Nykaa पीछे हो, लेकिन कंपनी में पुरुष और महिला कर्मचारियों का अनुपात सबसे बेहतर है। Delhivery में हर महिला कर्मचारी के लिए 17.5 पुरुष काम कर रहे हैं, वहीं Nykaa में यह अनुपात सिर्फ 1.79 है। Paytm में यह अनुपात 16.5, Zomato में 3.29 और Mamaearth में 2.64 है।
वित्त वर्ष 2024 के दौरान टेक सेक्टर में वेतन में गिरावट देखी गई, क्योंकि फंडिंग संकट का प्रभाव कंपनियों पर पड़ा। Zomato के कर्मचारियों के औसत वेतन में 16.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि Delhivery और Nykaa के कर्मचारियों के औसत वेतन में कोई बदलाव नहीं हुआ। हालांकि, Paytm में 7 प्रतिशत और Mamaearth में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
लेकिन इन कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने फंडिंग संकट के बावजूद अपने मोटे वेतन का लुत्फ उठाया, खासतौर पर स्टॉक ऑप्शन (ESOPs) के जरिए।
Paytm का उदाहरण लें, जिसका स्टॉक वित्त वर्ष 2024 में 37 प्रतिशत गिर गया, इसके बावजूद कंपनी ने ESOPs के जरिए अपने शीर्ष अधिकारियों को 1,138 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इसमें से 78 प्रतिशत खर्च केवल KMPs, निदेशकों और उनके रिश्तेदारों के लिए था। और Paytm के CEO विजय शेखर शर्मा और CFO मधुर देओरा जैसे अधिकारी इसमें शामिल थे।
Paytm के अलावा, Policybazaar ने भी अपने प्रमुख अधिकारियों को ESOPs और वेतन के रूप में मोटी रकम दी। Co-Founder और CEO यशिश दहिया को 121 करोड़ रुपये, जबकि Co-Founder अलोक बंसल को 53 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।
Delhivery के CEO साहिल बरुआ का वेतन 66 करोड़ रुपये रहा, जबकि CTO कपिल भारती का 50 करोड़ रुपये और Co-Founder सुरज सहारण का 4.7 करोड़ रुपये रहा।
Zomato के संस्थापक दीपिंदर गोयल और CFO अक्षंत गोयल भी पीछे नहीं रहे। इन दोनों ने कुल ESOPs के खर्च का 33 प्रतिशत हिस्सा लिया।
नए युग की कंपनियों में प्रमोटरों से मैनेजरों की ओर बदलाव ने संस्थापकों को स्टॉक ऑप्शंस का बड़ा लाभ दिया है, जबकि कर्मचारियों के वेतन में कमी आई है। Nykaa और Mamaearth जैसी प्रमोटर-नियंत्रित कंपनियों में टॉप अधिकारियों के वेतन अपेक्षाकृत कम रहे हैं, लेकिन ESOPs का लाभ उठाने में वो भी पीछे नहीं हैं। Nykaa की संस्थापक Falguni Nayar ने वित्त वर्ष 2024 में 8.7 करोड़ रुपये कमाए, जबकि उनके बच्चों Anchit और Adwaita Nayar ने प्रत्येक 4.3 करोड़ रुपये की कमाई की। Mamaearth के सह-संस्थापक वरुण और ग़ज़ल अलघ ने क्रमशः 3.5 करोड़ और 1.8 करोड़ रुपये कमाए।