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Friday, November 22, 2024
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ज़ेप्टो ने ₹350 करोड़ की नई फंडिंग जुटाई, भारत के स्टार्टअप्स में बना मिसाल

क्विक-कॉमर्स कंपनी ज़ेप्टो ने मोतीलाल ओसवाल की प्राइवेट वेल्थ डिवीजन के नेतृत्व में ₹350 करोड़ की फंडिंग जुटाई है। यह पिछले छह महीनों में कंपनी का तीसरा पूंजी जुटाने का अभियान है। इस राउंड में भारतीय उच्च नेटवर्थ व्यक्तियों (HNIs), फैमिली ऑफिसों और वित्तीय संस्थानों ने भाग लिया, जिससे यह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में अब तक का सबसे बड़ा पूरी तरह से घरेलू फंडरेजिंग बन गया है।

इस फंडिंग राउंड के प्रमुख निवेशकों में मैनकाइंड फार्मा फैमिली ऑफिस, आरपी संजीव गोयनका ग्रुप, सेलो फैमिली ऑफिस, हल्दीराम स्नैक्स फैमिली ऑफिस, अभिनेता अभिषेक बच्चन और क्रिकेट आइकन सचिन तेंदुलकर शामिल हैं। कंपनी ने गुरुवार देर शाम एक बयान में यह जानकारी दी।

मुंबई स्थित यह कंपनी इस साल अब तक के सबसे बड़े फंडिंग राउंड्स में से एक हासिल कर चुकी है। यह भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर को नया रूप दे रही है, जिससे फ्लिपकार्ट और टाटा के बिगबास्केट जैसे दिग्गजों को त्वरित डिलीवरी सेवाओं में कदम रखने पर मजबूर होना पड़ा है।

कंपनी की ताजा उपलब्धियां

सिर्फ तीन महीने पहले, आधारिक पालिचा के नेतृत्व वाली ज़ेप्टो ने यूएस-आधारित वेंचर कैपिटल फर्म जनरल कैटालिस्ट के नेतृत्व में ₹340 करोड़ की फंडिंग जुटाई थी, जिससे इसकी वैल्यूएशन ₹5 अरब हो गई। इस राउंड में ड्रैगन फंड और एपिक कैपिटल जैसे नए निवेशकों ने भाग लिया, जबकि मौजूदा निवेशकों स्टेपस्टोन, लाइटस्पीड, डीएसटी, और कॉन्ट्रेरी ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।

जून 2024 में, ज़ेप्टो ने प्री-IPO राउंड में ₹665 करोड़ की फंडिंग हासिल की थी, जिससे इसकी वैल्यूएशन ₹3.6 अरब हो गई।

कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ आधारिक पालिचा ने कहा, “जब हमने यह वेंचर शुरू किया था, घरेलू निवेशकों के बीच जोखिम उठाने की प्रवृत्ति कम थी—खासकर 18 साल के युवाओं पर भरोसा करने के लिए। आज, हमने न केवल वह भरोसा कायम किया है, बल्कि इतनी बड़ी फंडिंग जुटाकर एक मिसाल पेश की है, जो आने वाले स्टार्टअप्स के लिए प्रेरणा बनेगी।”

त्वरित वाणिज्य बाजार में ज़ेप्टो की स्थिति

रेडसीयर की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का क्विक-कॉमर्स बाजार 2023 में 77% बढ़कर ₹2.8 अरब (GMV) तक पहुंच गया, जो देश के कुल ई-कॉमर्स बाजार का 5% है।

GMV (ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू) ई-कॉमर्स का एक प्रमुख मेट्रिक है, जो किसी प्लेटफ़ॉर्म पर बेचे गए सभी सामानों के कुल मूल्य को ट्रैक करता है।

पालिचा और कैवल्य वोहरा ने अप्रैल 2021 में ज़ेप्टो की स्थापना की थी, जब कोविड लॉकडाउन के दौरान भारतीय शहरों में दैनिक जरूरतों के लिए ऑनलाइन खरीदारी सामान्य हो गई थी। कंपनी अब 2025 तक अपने डार्क स्टोर्स (वेयरहाउस) की संख्या 700 तक बढ़ाने के लिए इस फंड का इस्तेमाल करेगी।

ज़ेप्टो, ब्लिंकिट और स्विगी के इंस्टामार्ट ने तत्काल डिलीवरी की मांग को बढ़ावा दिया है। ज़ेप्टो ने अपनी बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाकर 28% कर ली है, जबकि ब्लिंकिट 40% हिस्सेदारी के साथ आगे है।

कंपनी के 75% डार्क स्टोर्स परिचालन स्तर पर मुनाफे में हैं। पालिचा ने कहा कि कंपनी अपने मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा व्यवसाय के पुनर्निवेश में लगाती है।

निवेशकों का दृष्टिकोण

मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ के सीईओ आशीष शंकर ने कहा, “डिजिटल व्यवसायों, विशेष रूप से क्विक-कॉमर्स कंपनियों, को भविष्य के कैश फ्लो पावरहाउस के रूप में देखने का हमारा विश्वास है। यह फंडरेजिंग भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नया मील का पत्थर साबित होगा।”

Kavita Mishra
Kavita Mishrahttps://hindi.inventiva.co.in/
Kavita is a versatile content writer with a deep passion for news. Based in New Delhi, she has a keen interest in exploring the latest trends in the world of current affairs and delivering engaging content to her audience. Kavita has extensive experience working with Inventiva, where she honed her skills in content creation and developed a strong foundation in delivering high-quality, informative articles.
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