नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश करना एक समझदारी भरी रणनीति हो सकती है, जिससे सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय सुनिश्चित की जा सके। आज NPS में नियमित निवेश करके, आप भविष्य के लिए एक मजबूत रिटायरमेंट फंड बना सकते हैं। इसके साथ ही, इसमें सबसे कम फंड प्रबंधन शुल्क (0.03% से 0.09%) भी लगता है, जो इसे काफी किफायती बनाता है।
NPS दो प्रकार के खाते प्रदान करता है: टियर I और टियर II। टियर I खाता एक अनिवार्य पेंशन खाता है, जिसमें निकासी पर प्रतिबंध होते हैं, ताकि आपकी बचत रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित रहे। वहीं, टियर II खाता वैकल्पिक है और इसमें अधिक लचीलापन होता है, जिससे आप अपनी राशि को आसानी से निकाल सकते हैं।
60 वर्ष की आयु के बाद, आपको अपने NPS कोष का कम से कम 40% एक जीवन बीमा कंपनी से वार्षिकी खरीदने में लगाना होगा, जो बाद में आपको एक स्थिर आय प्रदान करेगी। शेष 60% को आप टैक्स-फ्री एकमुश्त राशि के रूप में निकाल सकते हैं।
अगर आप 60 वर्ष से पहले NPS से बाहर निकलना चाहते हैं, तो आप 20% राशि एकमुश्त निकाल सकते हैं, जबकि शेष 80% वार्षिकी खरीदने में लगाया जाना अनिवार्य होता है, ताकि आपकी सेवानिवृत्ति के दौरान भी आय जारी रह सके।
अब देखें कि अगर आप हर महीने ₹50,000 का निवेश करें, तो कितनी पेंशन मिल सकती है। मान लें कि आपको निवेश पर सालाना 10% रिटर्न और वार्षिकी दर 6% मिलती है।
30 वर्ष की उम्र से निवेश शुरू करने पर:
अगर आप 30 साल की उम्र में ₹50,000 प्रति माह का निवेश शुरू करते हैं, तो 30 साल में आप कुल ₹1.8 करोड़ का निवेश कर चुके होंगे। 10% की अनुमानित रिटर्न दर के साथ यह राशि 60 वर्ष की उम्र तक ₹11.39 करोड़ हो जाएगी। आप इसमें से 60% यानी ₹6.83 करोड़ एकमुश्त निकाल सकते हैं और शेष 40% यानी ₹4.55 करोड़ को वार्षिकी में लगाकर हर महीने ₹2.27 लाख की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
40 वर्ष की उम्र से निवेश शुरू करने पर:
40 साल की उम्र से ₹50,000 प्रति माह निवेश करने पर, आप 20 साल में ₹1.20 करोड़ का निवेश करेंगे, जो 60 साल की उम्र तक ₹3.82 करोड़ हो जाएगा। आप इसमें से 60% यानी ₹2.29 करोड़ एकमुश्त निकाल सकते हैं और शेष 40% यानी ₹1.53 करोड़ को वार्षिकी में लगाकर हर महीने ₹76,570 की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
50 वर्ष की उम्र से निवेश शुरू करने पर:
अगर आप 50 साल की उम्र से ₹50,000 प्रति माह का निवेश करते हैं, तो 10 साल में आपकी कुल निवेश राशि ₹60 लाख होगी। यह बढ़कर ₹1.03 करोड़ हो जाएगी। इसमें से आप ₹61.96 लाख एकमुश्त निकाल सकते हैं और शेष ₹41.31 लाख को वार्षिकी में लगाकर हर महीने ₹20,655 की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
जैसे-जैसे निवेश के वर्ष घटते जाते हैं, पेंशन की राशि भी घटती जाती है, जिससे कंपाउंडिंग की शक्ति का महत्व स्पष्ट होता है।
छोटे निवेशकों के लिए:
अगर आप 30 वर्ष की उम्र में ₹10,000 प्रति माह का निवेश शुरू करते हैं, तो 60 साल की उम्र में आपको हर महीने ₹45,587 की पेंशन मिलेगी। 40 वर्ष की उम्र में ₹10,000 प्रति माह निवेश करने पर आपको ₹15,314 की पेंशन मिलेगी। और अगर आप 50 वर्ष की उम्र में ₹10,000 प्रति माह निवेश करते हैं, तो 60 की उम्र में आपको ₹4,131 की पेंशन मिलेगी।
निवेश विकल्प:
NPS में निवेश के दो विकल्प होते हैं: सक्रिय और स्वचालित। सक्रिय विकल्प के तहत, निवेशक चार फंडों में से चुन सकते हैं: इक्विटी (E), कॉर्पोरेट ऋण (C), सरकारी प्रतिभूतियां (G), और वैकल्पिक निवेश फंड (AIF)। इक्विटी में अधिकतम 50% निवेश की अनुमति होती है।
स्वचालित विकल्प के तहत, आपकी उम्र के आधार पर इक्विटी निवेश 75% तक हो सकता है। इसमें आक्रामक, मध्यम और रूढ़िवादी तीन विकल्प होते हैं, जिसमें आक्रामक विकल्प में 35 वर्ष की उम्र तक इक्विटी का हिस्सा 75% रहता है, जबकि मध्यम में यह 50% और रूढ़िवादी में 25% होता है।
याद रखें, आप 75 वर्ष की उम्र तक NPS में योगदान कर सकते हैं, जिससे सेवानिवृत्ति योजना में लचीलापन मिलता है। कंपाउंडिंग ग्रोथ और वार्षिकी लाभों के साथ, NPS लंबे समय के लिए एक आकर्षक विकल्प है।