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Friday, November 22, 2024
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भारत के 100 पर्यटन केंद्र: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना

यह स्वागत योग्य है कि सरकार देश में 100 पर्यटन केंद्र विकसित करने और भारत को विश्व स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रचारित करने की योजना बना रही है।

भारत का पर्यटन आकर्षण शायद दुनिया के किसी भी अन्य देश से अधिक है, जिसका श्रेय इसकी भौगोलिक विशालता, प्राचीन विरासत और सांस्कृतिक विविधता को जाता है। भारतीय व्यंजन, विभिन्न शताब्दियों में निर्मित ऐतिहासिक स्मारक और कला-संस्कृति देश को अद्वितीय बनाते हैं।

पर्यटन में बड़ी चुनौती: अनुभव को बेहतर बनाना

भारत के पर्यटन स्थलों का प्रचार करना बड़ी चुनौती नहीं है। असली चुनौती है पर्यटकों के अनुभव को सुखद बनाना। इसके लिए स्थानीय बुनियादी ढांचे और लोगों को तैयार करना होगा ताकि पर्यटकों को निराशा की जगह प्रसन्नता मिले।

इस दिशा में, गहरी जड़ें जमाए सांस्कृतिक मानदंडों और व्यवहारिक रूढ़ियों को चुनौती देना जरूरी है। यह काम सड़कें बनाने, होटल, हवाई अड्डे और अन्य सुविधाएं विकसित करने से कहीं अधिक कठिन है। यदि भारत इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर लेता है, तो इसका परिणाम अभूतपूर्व होगा।

भारत के पास इतना विशाल पर्यटन क्षमता है कि यह न केवल विश्व के $1.5 ट्रिलियन (2023 के आंकड़े, UN Tourism) के पर्यटन राजस्व में बड़ा हिस्सा ले सकता है, बल्कि इस वैश्विक बाजार को और बढ़ा भी सकता है।

सुरक्षा, स्वच्छता और सामाजिक बदलाव पर ध्यान दें

पर्यटकों के लिए सुरक्षा और स्वच्छता अनिवार्य होनी चाहिए। इसका मतलब केवल कानून-व्यवस्था सुधारना नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक रूढ़ियों से भी मुक्ति पाना है। उदाहरण के लिए, महिलाओं को सिर्फ आकर्षण की वस्तु या अकेलेपन में शिकार मानने वाली सोच को बदला जाना चाहिए। यह बदलाव केवल पर्यटन के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के व्यापक सुधार के लिए आवश्यक है।

औपनिवेशिक युग के दौरान भारतीय मानस में गहरे समाए नस्लीय पूर्वाग्रहों को भी समाप्त करना होगा। गोरे पर्यटकों के प्रति चापलूसी और अन्य रंगों के प्रति अवमानना भारतीय समाज और वैश्विक पर्यटन दोनों के लिए हानिकारक है।

भारतीय व्यंजनों की विविधता और स्वाद पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण हो सकते हैं, बशर्ते वे भोजन से बीमार न पड़ें। इसके लिए कच्चे माल, भंडारण, परिवहन से लेकर परोसे जाने वाले खाने तक, स्वच्छता के स्तर में बड़ा सुधार करना होगा।

सामान्य परिस्थितियां और बुनियादी सुधार आवश्यक

देश की यातायात और सड़क सुरक्षा की स्थिति भारत को खतरनाक स्थलों की सूची में डाल देती है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण जैसे मुद्दे भी पर्यटकों के अनुभव को प्रभावित करते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार भी जरूरी है ताकि किसी आपात स्थिति में पर्यटक को भय के बजाय भरोसा मिले। इसके अलावा, सांप्रदायिक अशांति जैसी घटनाओं का पूरी तरह से उन्मूलन जरूरी है।

पर्यटन: रोजगार और वैश्विक पहचान का स्रोत

भारत के पास प्राकृतिक सुंदरता, जंगली जीवन, साहसिक गतिविधियां, समुद्र तट, आध्यात्मिक विकास की विरासत, प्राचीन और आधुनिक इतिहास, शिल्प, नृत्य, संगीत और बॉलीवुड जैसी अपार संभावनाएं हैं।

पर्यटकों को समृद्ध अनुभव देने के लिए प्रशिक्षित गाइड, ऑडियो संसाधन, आकर्षक वेबसाइट और आतिथ्य सेवाएं विकसित करनी होंगी। ये कदम हजारों लोगों के लिए विभिन्न कौशल स्तरों पर रोजगार पैदा कर सकते हैं।

दुनिया का सबसे बड़ा रोजगार क्षेत्र पर्यटन है, लेकिन दुर्भाग्य से, भारत दुनिया के 10 सबसे अधिक घूमे जाने वाले देशों में शामिल नहीं है। इसे बदलने की जरूरत है।

केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक सालाना 10 करोड़ पर्यटक भारत आएं, जो पिछले वर्ष की संख्या से 10 गुना अधिक है। इसे प्राप्त करना देश के लिए बेहद फायदेमंद होगा। आइए, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रयास करें।

Kavita Mishra
Kavita Mishrahttps://hindi.inventiva.co.in/
Kavita is a versatile content writer with a deep passion for news. Based in New Delhi, she has a keen interest in exploring the latest trends in the world of current affairs and delivering engaging content to her audience. Kavita has extensive experience working with Inventiva, where she honed her skills in content creation and developed a strong foundation in delivering high-quality, informative articles.
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