लोढ़ा ग्रुप के प्रमोटर्स ने मैक्रोटेक डिवेलपर्स में अपने ‘महत्वपूर्ण हिस्सेदारी’ को गैर-लाभकारी संस्था ‘लोढ़ा परोपकार फाउंडेशन’ को सौंपने का निर्णय लिया है। इसके माध्यम से, फाउंडेशन को प्रारंभिक रूप से 20,000 करोड़ रुपये (2.5 बिलियन डॉलर) का कोष मिलेगा, जिससे वह इस सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी की बड़ी शेयरधारक बन जाएगी।
लोढ़ा ग्रुप के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक लोढ़ा ने बताया कि इस फैसले का प्रेरणा स्रोत टाटा परिवार का वह ऐतिहासिक कदम रहा है, जिसमें उन्होंने एक सदी पहले अपनी कंपनी का महत्वपूर्ण हिस्सा ‘टाटा ट्रस्ट’ को दान कर दिया था।
“भारत पर इस उपहार का गहरा असर पड़ा है और टाटा ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों ने मुझे बहुत प्रेरित किया है। मेरे माता-पिता मंगल प्रभात लोढ़ा और मंजू लोढ़ा के आशीर्वाद और मेरी पत्नी विंती लोढ़ा एवं हमारे बच्चों के सहयोग से, अब लोढ़ा परोपकार फाउंडेशन (एलपीएफ) भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक, मैक्रोटेक डिवेलपर्स का लगभग पांचवां हिस्सा अपने अधिकार में लेगा। जैसे-जैसे लोढ़ा समूह आगे बढ़ेगा, एलपीएफ के पास हमारी ‘Do Good, Do Well’ की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए अधिक संसाधन होंगे,” अभिषेक लोढ़ा ने अपने बयान में कहा।
लोढ़ा परोपकार फाउंडेशन (एलपीएफ) अपने समस्त आय और संपत्तियों को राष्ट्रीय और सामाजिक कार्यों में लगाता है, जिसमें चार मुख्य क्षेत्र – महिलाएं, बच्चे, पर्यावरण और भारतीय संस्कृति शामिल हैं।
मैक्रोटेक डिवेलपर्स एक सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी है, जिसका कार्यक्षेत्र मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन, पुणे और बेंगलुरु में है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1.1 लाख करोड़ रुपये है। इस वर्ष मैक्रोटेक डिवेलपर्स के शेयरों में 5% और पिछले एक वर्ष में 45% की वृद्धि हुई है।
रियल एस्टेट क्षेत्र में समेकन की लहर ने मैक्रोटेक को भी लाभान्वित किया है, जिसके चलते बाजार हिस्सेदारी सूचीबद्ध और बड़े, सूचीबद्ध न किए गए संपत्ति विकसकों की ओर स्थानांतरित हो रही है।