भारत में एक नया साइबर अपराध धोखाधड़ी सामने आया है, जो लोगों के ऑनलाइन सुरक्षा और पहचान खोने के डर का फायदा उठा रहा है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय नंबरों से कॉल आती है, जिसमें एक स्वचालित आवाज़ सुनाई देती है, “साइबर क्राइम विभाग से एक महत्वपूर्ण सूचना है – आपकी व्यक्तिगत जानकारी डार्क वेब पर लगातार उपयोग की जा रही है। यदि आप दो घंटे के अंदर रिपोर्ट नहीं करते हैं, तो हम आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।” अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, कॉल रिसीवर को नंबर 9 दबाने के लिए कहा जाता है, जो शायद उन्हें धोखाधड़ी करने वाले से जोड़ता है। यह कोई और नहीं बल्कि “विशिंग” (वॉयस फिशिंग) है, जिसका उद्देश्य प्राप्तकर्ताओं से संवेदनशील जानकारी प्राप्त करना या उनसे पैसे की मांग करना है।
धोखाधड़ी कैसे काम करती है
यह धोखाधड़ी एक कॉल के साथ शुरू होती है, जो एक अंतरराष्ट्रीय या स्थानीय नंबर से आती है। एक रिकॉर्डेड संदेश प्राप्तकर्ताओं को कथित “साइबर क्राइम अलर्ट” के बारे में सूचित करता है, जिसमें दावा किया जाता है कि उनकी जानकारी डार्क वेब पर दुरुपयोग की जा रही है। कॉल करने वाला साइबर क्राइम विभाग से एक प्रतिनिधि बनकर, पीड़ित से प्रतिक्रिया देने के लिए एक तात्कालिक समय सीमा देता है। जब प्राप्तकर्ता नंबर 9 दबाता है, तो उन्हें एक धोखेबाज से जोड़ा जा सकता है, जो बैंक जानकारी, आधार नंबर या अन्य निजी डेटा की मांग करता है, “उनकी पहचान को सत्यापित” करने या “समस्या का समाधान करने” के बहाने।
यह धोखाधड़ी क्यों फैल रही है
इस धोखाधड़ी की लोकप्रियता का कारण साइबर अपराध और पहचान की चोरी के बारे में बढ़ती जागरूकता है। “डार्क वेब” और “कानूनी कार्रवाई” जैसे शब्दों का इस्तेमाल इस धोखाधड़ी को गंभीर और वास्तविक बनाने में मदद करता है। स्वचालित संदेश इस धोखाधड़ी की वैधता को और बढ़ाते हैं।
इस धोखाधड़ी से बचाव कैसे करें
इस धोखाधड़ी से बचने के कुछ बेहद सरल तरीके हैं:
- उत्तर न दें: बिना मांगे कॉल पर कोई जानकारी न दें और न ही कोई नंबर दबाएं। यह बहुत दुर्लभ है कि सरकारी विभाग संवेदनशील जानकारी को एक पूर्व-रिकॉर्डेड संदेश के माध्यम से साझा करें।
- स्रोत की पुष्टि करें: यदि आपको संदेह है, तो कोई कार्रवाई करने से पहले वास्तविक साइबर क्राइम या पुलिस विभाग से सत्यापन कर लें।
- कॉलर आईडी स्पूफिंग से सावधान रहें: धोखेबाज अक्सर अंतरराष्ट्रीय नंबरों का उपयोग करते हैं या कॉलर आईडी को इस प्रकार बदलते हैं ताकि जल्दबाजी का एहसास हो।
- संदिग्ध कॉल की रिपोर्ट करें: ऐसे नंबरों को साइबर क्राइम पोर्टल या संबंधित अधिकारियों के पास रिपोर्ट करें।