प्रियंका गांधी वाड्रा की कुल संपत्ति लगभग 12 करोड़ रुपये है, जबकि उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति करीब 66 करोड़ रुपये की है, यह जानकारी उनके द्वारा वायनाड में दाखिल चुनावी हलफनामे में सामने आई। यह पहली बार है जब वाड्रा दंपत्ति की संपत्तियों का मूल्य सार्वजनिक हुआ है।
प्रियंका की सबसे मूल्यवान संपत्ति शिमला के पास स्थित 12,000 वर्ग फुट का फार्महाउस है, जिसकी वर्तमान बाजार कीमत हलफनामे के अनुसार 5.64 करोड़ रुपये है। इसके अलावा उनके पास 8 लाख रुपये की एक होंडा सीआरवी कार भी है, जिसे हलफनामे में “पति से प्राप्त उपहार” बताया गया है। प्रियंका के पास 2.24 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड्स और 1.16 करोड़ रुपये के आभूषण भी हैं। उनके पास अपने भाई राहुल गांधी के साथ महरौली में 2.10 करोड़ रुपये की कृषि भूमि भी है। हलफनामे में यह भी उल्लेख किया गया है कि प्रियंका ने आयकर (I-T) विभाग द्वारा उनके 2012-13 के रिटर्न के पुनर्मूल्यांकन को चुनौती दी है, जिसके तहत 15.75 लाख रुपये की मांग की गई थी। यह अपील वर्तमान में आयकर आयुक्त (अपील) के समक्ष लंबित है।
रॉबर्ट वाड्रा के पास ज्यादा संपत्ति, लेकिन I-T विभाग ने 80 करोड़ की मांग रखी रॉबर्ट वाड्रा अपनी पत्नी से काफी ज्यादा अमीर हैं। उनके पास 53 लाख रुपये की लैंड क्रूजर, 1.5 लाख रुपये की मिनी कूपर और 4.22 लाख रुपये की सुजुकी मोटरसाइकिल है। वे विभिन्न सीमित दायित्व साझेदारी (LLP) कंपनियों में भागीदार हैं, जिनकी कुल कीमत 35.5 करोड़ रुपये है – इनमें ब्लू ब्रीज ट्रेडिंग एलएलपी, नॉर्थ इंडिया आईटी पार्क एलएलपी और स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी शामिल हैं। स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी एलएलपी में वाड्रा का बैलेंस 31.93 करोड़ रुपये है।
वाड्रा के पास गुरुग्राम में 27.64 करोड़ रुपये की विभिन्न संपत्तियां भी हैं, जिन्हें उन्होंने 2.78 करोड़ रुपये में खरीदा था और 3.62 करोड़ रुपये का निवेश करके उनका विकास किया। वाड्रा पर लगभग 10 करोड़ रुपये का कर्ज भी है, जैसा कि प्रियंका गांधी के हलफनामे में दर्ज है।
हलफनामे में यह भी सामने आया है कि आयकर विभाग ने 28 मार्च, 2023 को वाड्रा द्वारा 2010 से 2021 के बीच दाखिल रिटर्न की जांच शुरू की थी। I-T विभाग ने वाड्रा से कुल 80 करोड़ रुपये की मांग की है, जिसमें सबसे बड़ी मांग 24.16 करोड़ रुपये की है, जो 2019-20 के लिए की गई है। “इन आदेशों के खिलाफ अपील आयकर आयुक्त (अपील) के समक्ष दायर की गई है और फिलहाल ये अपील लंबित हैं,” हलफनामे में कहा गया है।
वाड्रा ने 2023-24 में कुल 15.09 लाख रुपये की आय दिखाई है, जो 2019-20 में घोषित की गई 55.58 लाख रुपये की आय से काफी कम है। वहीं, प्रियंका ने पिछले वित्तीय वर्ष में 46.39 लाख रुपये की आय घोषित की।
अब सवाल ये उठता है कि एक ओर संपत्तियों का अंबार और दूसरी ओर 80 करोड़ रुपये के टैक्स की मांग! आम जनता के लिए ये “आर्थिक चमत्कार” कैसे होता है? करोड़ों की संपत्ति होते हुए भी टैक्स विभाग की नजर में क्यों आ जाते हैं ये नेता? क्या इतनी बड़ी रकमें ‘गलती से’ छूट जाती हैं या ये भी एक ‘उपहार’ है? जवाब तो देना ही पड़ेगा!