ज़ेरोधा के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) कैलाश नाध, जिनके पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कम्प्यूटेशनल लिंग्विस्टिक्स में पीएचडी है, ने कंपनी के कोर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Kite को विकसित किया और अब कंपनी को टेक्नोलॉजी के नए भविष्य की ओर ले जा रहे हैं। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, नाध ने तकनीकी कार्यों में बड़ा बदलाव लाने के लिए बड़े भाषा मॉडल (LLMs) का उपयोग शुरू किया है, जिससे समय की बचत हो रही है।
कैलाश नाध का कहना है कि ओपन-सोर्स AI तकनीकों में विकेंद्रीकृत इनोवेशन हो रहा है और हर हफ्ते नए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। ज़ेरोधा इन AI टूल्स को सेल्फ-होस्ट कर, आंतरिक बैकऑफिस के कामों को अधिक कुशल बना रहा है।
AI के कारण नौकरियों का खतरा?
AI तकनीकें बहुआयामी हैं। एक ही LLM टूल का उपयोग छात्र, वकील, शोधकर्ता, लेखक और सॉफ्टवेयर डेवलपर अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के लिए कर सकते हैं। हालांकि, नाध का मानना है कि ऐसे मामलों में जहां सही निर्णय लेना महत्वपूर्ण है, जैसे बीमा दावों में, AI पर पूरी तरह निर्भर होना सही नहीं है। ऐसे मामलों में इंसानों की जिम्मेदारी होनी चाहिए, जो जवाबदेह हो सकें।
क्या AI सिर्फ एक और ‘टेक्नोलॉजी फैड’ है?
नाध के अनुसार, जनरेटिव AI तकनीकें अपने आप में एक वास्तविक उपलब्धि हैं। टेक्स्ट, आवाज़, इमेजरी और वीडियो जैसे क्षेत्रों में इनका उपयोग तेजी से बढ़ा है। हालांकि, कई तकनीकी फैड्स भी आए और गए, जैसे ब्लॉकचेन और बिग डेटा।
ऑटोमेशन की सीमाएं
कैलाश नाध का कहना है कि ऑटोमेशन का उपयोग तभी सही है जब वह मानव जीवन को सरल बनाए। लेकिन महत्वपूर्ण फैसले जैसे नागरिक सेवाएं या बीमा क्लेम प्रोसेसिंग इंसानों के हाथ में ही रहनी चाहिए।
AI और ज़ेरोधा का भविष्य
कंपनी ने ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स को समर्थन देने के लिए एक मिलियन डॉलर का वार्षिक फंड लॉन्च किया है। इसका उद्देश्य ऐसे प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता देना है, जो पूरे इकोसिस्टम के लिए महत्वपूर्ण हैं।
AI से कैसे बदले ज़ेरोधा के कामकाज
ज़ेरोधा ने कॉल क्वालिटी एश्योरेंस के लिए AI का उपयोग किया। पहले यह काम मैनुअली होता था, लेकिन अब ओपन-सोर्स मॉडल ‘Whisper’ की मदद से वॉइस-टू-टेक्स्ट कन्वर्जन किया जाता है और लोकल LLM का उपयोग कर ऑडिट किया जाता है।
कौन-सी नौकरियां AI से खतरे में?
नाध का मानना है कि एंट्री-लेवल कार्य जैसे प्रोग्रामिंग, रिसर्च सामग्री का कैटलॉगिंग और कॉर्पोरेट राइटिंग AI से सबसे पहले प्रभावित होंगे।
AI से जुड़ने वाले छात्रों को सलाह
उनका मानना है कि छात्रों को सिर्फ ट्रेंड के पीछे नहीं भागना चाहिए। हाथों से सीखने का अनुभव सबसे महत्वपूर्ण है। व्यक्तिगत प्रोजेक्ट्स पर काम कर समस्या का समाधान खोजने का अनुभव छात्रों को सबसे अधिक फायदा देगा।