The 1% Club में AI के चलते 15% कर्मचारियों की छंटनी, संस्थापक का दावा: ‘ऑपरेशनल दक्षता’ की जरूरत
Nikhil Kamath द्वारा समर्थित The 1% Club, जिसे फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स शरन हेगड़े और राघव गुप्ता ने शुरू किया था, ने अपनी कुल कार्यबल का लगभग 15% यानी करीब 28 कर्मचारियों को हाल ही में निकाल दिया है। कंपनी के सह-संस्थापक राघव गुप्ता ने बताया कि ऑपरेशनल दक्षता बढ़ाने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से ऑटोमेशन के कारण यह कदम उठाया गया है।
गुप्ता के अनुसार, “एक साल पहले हमारी टीम में सिर्फ 12 कर्मचारी थे, जो अब बढ़कर 197 हो गई है। छंटनी के बाद हमारी संख्या करीब 163 रह जाएगी। जैसे-जैसे कारोबार बढ़ रहा है, कई भूमिकाओं में दोहराव हो रहा है।”
यह कदम ऐसे समय में आया है जब भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने फाइनेंशियल इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ सख्त नियम बनाए हैं।
सबसे अधिक प्रभावित विभाग
छंटनी के दौरान कंटेंट, रिसर्च और मार्केटिंग विभागों को प्रमुख रूप से निशाना बनाया गया। AI की मदद से कंटेंट तैयार करने में तेजी आई है, जिससे कंटेंट टीम के कई सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। गुप्ता ने कहा, “रिसर्च टीम में दो-तीन लोग भी इसी कारण से निकाले गए हैं। Perplexity AI जैसे टूल्स के कारण रिसर्च तेजी से हो रही है। कुछ विभागों में कर्मचारियों का प्रदर्शन भी कमजोर था।”
हेगड़े ने लिंक्डइन पर इस छंटनी के बारे में बताते हुए कहा, “मैंने इस कंपनी की शुरुआत दो साल पहले अपने बेडरूम से सिर्फ पाँच इंटर्न्स के साथ की थी और आज हमारे पास लगभग 200 कर्मचारी हैं। इतनी तेजी से बढ़ते समय हायरिंग में कुछ गलतियाँ होना स्वाभाविक है। यह हमारा पहला कॉस्ट-कटिंग कदम है। हमने AI की मदद से महत्वपूर्ण लागत बचत की संभावनाएं पहचानी हैं, जो लाभदायक साबित हो सकती हैं।”
कितनी विडंबना है कि ऐसे समय में, जब फाइनेंस की शिक्षा का दावा करने वाली कंपनी खुद अपने कर्मियों के भविष्य पर आघात कर रही है। क्या यह ‘वित्तीय समझ’ की कमी नहीं है?
The 1% Club का प्रदर्शन
पिछले साल कंपनी ने अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग में निकिल कामत की वेंचर कैपिटल फर्म से ₹10 करोड़ की फंडिंग प्राप्त की थी। गुप्ता के अनुसार, यह राशि मुख्य रूप से मार्गदर्शन प्राप्त करने के उद्देश्य से थी।
कंपनी वर्तमान में करीब $8 मिलियन का वार्षिक राजस्व अर्जित कर रही है, और इसका EBITDA 35-40% है। हेगड़े ने कहा, “हमारे पास मुंबई में एक शानदार 5000 वर्ग फुट का कार्यालय है, जो कंपनी के मुनाफे से बना है। हमारे निवेशकों का ₹10 करोड़ एफडी में 8.5% ब्याज पर रखा है।”
कंपनी के लगभग 85,000 सक्रिय पेड सदस्य हैं और कुछ नई वित्तीय सेवाएं भी लॉन्च की हैं, जो लाभकारी साबित हो रही हैं। कंपनी की आजीवन सदस्यता योजना लगभग ₹22,000 की है।
AI का प्रभाव
गुप्ता ने बताया कि कंपनी के कई विभागों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से दक्षता में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, “हम AI का उपयोग मार्केटिंग और कंटेंट में कर रहे हैं, जहां हमें कॉपीराइटर, ग्राफिक डिज़ाइनर और वीडियोग्राफर की आवश्यकता होती है। ग्राहक सेवा और डेटा एनालिसिस में भी AI के कारण कर्मचारियों की संख्या सीमित होने के बावजूद काम तेजी से हो रहा है।”
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन का हवाला देते हुए गुप्ता ने कहा, “हम समृद्धि के युग में हैं। AI से अधिक उत्पादन संभव है।”