ज़ेरोधा के सीईओ नितिन कामथ ने कहा कि ज़ेरोधा पर इक्विटी डिलीवरी मुफ्त ही रहेगी। उन्होंने कहा, “फिलहाल हम अपनी ब्रोकरेज में कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं।” आज (1 अक्टूबर) से प्रभावी हुए शेयर बाजार में बदलावों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, “ऑप्शंस के लिए: STT 0.0625% से बढ़कर 0.1% हो गई है, जबकि ट्रांजेक्शन चार्ज 0.0495% से घटकर 0.035% हो गया है।”
नितिन कामथ ने कहा कि ज़ेरोधा में इक्विटी डिलीवरी पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा। हालिया शेयर बाजार शुल्कों में बदलाव से STT दरों में वृद्धि और ट्रांजेक्शन चार्ज में कमी हुई है, जिससे विशेषकर वायदा कारोबारियों पर बोझ बढ़ेगा, क्योंकि विभिन्न कॉन्ट्रैक्ट्स पर STT की अलग-अलग दरें लागू होंगी। उन्होंने बताया, “इससे ट्रेड्स की लागत में 0.02303% या ₹2303 प्रति करोड़ प्रीमियम का शुद्ध इज़ाफ़ा होगा, जो NSE पर बिक्री पक्ष पर लागू होगा, और ₹2050 प्रति करोड़ का इज़ाफ़ा BSE पर होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “फ्यूचर्स के लिए: STT 0.0125% से बढ़कर 0.02% हो गई है, और ट्रांजेक्शन चार्ज 0.00183% से घटकर 0.00173% हो गया है। इससे फ्यूचर्स टर्नओवर पर बिक्री पक्ष पर 0.00735% या ₹735 प्रति करोड़ का शुद्ध इज़ाफ़ा होगा।”
शेयर बाजार व्यापारियों पर इसके प्रभाव पर बात करते हुए नितिन कामथ ने कहा, “चूंकि STT फ्यूचर्स में पूरे कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू पर लगती है, जबकि ऑप्शंस में यह केवल प्रीमियम पर लागू होती है, इसलिए वायदा कारोबारियों पर इसका असर बहुत ज्यादा होगा।”