LinkedIn के सह-संस्थापक और अरबपति रीड हॉफमैन अमेरिका छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। हाल ही में हुए अमेरिकी चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद हॉफमैन के इस फैसले की खबर सामने आई है।
हॉफमैन, जो एक वेंचर कैपिटलिस्ट भी हैं, आइडाहो के सन वैली में आयोजित सालाना मीडिया सम्मेलन में पहुंचे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, हॉफमैन को डर है कि डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में अपनी शक्ति का उपयोग राजनीतिक दुश्मनों से बदला लेने के लिए कर सकते हैं।
रीड हॉफमैन के अमेरिका छोड़ने का कारण:
रीड हॉफमैन पहले भी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के असफल अभियान के समर्थक रहे हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी के बड़े दानदाताओं में से एक हैं। उन्होंने कमला हैरिस के अभियान के लिए $10 मिलियन (लगभग ₹82 करोड़) तक का दान दिया था।
हॉफमैन ने एक बार कहा था कि काश डोनाल्ड ट्रंप वास्तव में एक “शहीद” होते, जब उन पर असफल जानलेवा हमला हुआ था।
हॉफमैन की चिंताओं का प्रमुख कारण:
हॉफमैन की चिंता का मुख्य कारण यह है कि उन्होंने एक बदनामी का मुकदमा वित्तपोषित करने में मदद की थी, जो न्यूयॉर्क की लेखिका ई. जीन कैरोल ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दायर किया था।
ई. जीन कैरोल द्वारा ट्रंप के खिलाफ मुकदमा:
यह मामला 1996 में कैरोल के साथ यौन शोषण से जुड़ा है, जिसके लिए ट्रंप को $5 मिलियन (लगभग ₹41 करोड़) के हर्जाने का भुगतान करने का आदेश दिया गया था। इसके बाद एक अन्य न्यायाधीश ने ट्रंप द्वारा बलात्कार के आरोपों को झूठा कहने पर बदनामी के लिए कैरोल को $83.3 मिलियन (लगभग ₹685 करोड़) का अतिरिक्त हर्जाना देने का आदेश दिया।