नई दिल्ली, 16 अक्टूबर – वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि में चीन 56.29 अरब अमेरिकी डॉलर के आयात के साथ भारत का सबसे बड़ा आयात स्रोत बनकर उभरा है।
उसी अवधि में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य बना रहा, जहां भारत से निर्यात में 5.62 प्रतिशत की वृद्धि होकर 40.38 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंच गई। चालू वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में चीन से आयात में 11.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल-सितंबर 2023 के दौरान चीन से आयात 50.48 अरब अमेरिकी डॉलर था। इस अवधि में, भारत के शीर्ष 10 आयात स्रोत चीन, रूस, यूएई, अमेरिका, इराक, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, कोरिया, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर रहे।
रूस से आयात पिछले वर्ष के 30.43 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-सितंबर में 32.18 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। इसी प्रकार, यूएई से आयात पिछले वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 20.70 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 31.46 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। इस अवधि में, भारत के शीर्ष 10 निर्यात गंतव्य अमेरिका, यूएई, नीदरलैंड, यूके, चीन, सिंगापुर, सऊदी अरब, बांग्लादेश, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका रहे।
यूएई को निर्यात अप्रैल-सितंबर 2023 में 15.47 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर इस वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 17.24 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। इसी प्रकार, चीन को निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 7.63 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 6.91 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।
2023-24 में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा, जबकि चीन दूसरे स्थान पर रहा। 2013-14 से 2017-18 और 2020-21 में चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। इससे पहले, यूएई भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। 2021-22 और 2022-23 में अमेरिका सबसे बड़ा साझेदार रहा।