क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से आपको कई फायदे मिलते हैं जैसे कि लाउंज एक्सेस, शॉपिंग और ट्रैवल पर छूट, और डाइनिंग में डिस्काउंट। लेकिन इन सुविधाओं का लाभ उठाने से पहले यह जरूरी है कि आप अपने क्रेडिट कार्ड को सक्रिय (activate) करें।
जब आपको बैंक से क्रेडिट कार्ड किट मिलती है, तो स्वाभाविक है कि आप इसे लेकर थोड़े असमंजस में हो सकते हैं कि आगे क्या करना है। सबसे पहले, आपको अपने कार्ड को एक्टिवेट करना होगा ताकि इसका उपयोग कर सकें।
क्रेडिट कार्ड एक्टिवेट करने के आसान तरीके
इस प्रक्रिया को आप चार तरीकों से पूरा कर सकते हैं: नेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप, कस्टमर सपोर्ट या ऑफलाइन माध्यम से।
नेट बैंकिंग के जरिए एक्टिवेशन
- अपने इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन करें।
- क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन विकल्प पर जाएं।
- अपने कार्ड की जानकारी दर्ज करें।
- प्राप्त OTP को सबमिट करें।
- प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
मोबाइल ऐप के जरिए एक्टिवेशन
- बैंक का मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
- पिन का उपयोग कर लॉगिन करें।
- कार्ड या संबंधित सेक्शन में जाएं।
- अपने क्रेडिट कार्ड का चयन करें और ट्रांजेक्शन राइट्स सक्षम करें।
कस्टमर सपोर्ट के माध्यम से एक्टिवेशन
- बैंक के कस्टमर सपोर्ट पर कॉल करें।
- अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी दें।
- उनकी सहायता से एक्टिवेशन प्रक्रिया पूरी करें।
ऑफलाइन माध्यम से एक्टिवेशन
- अपने नजदीकी क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक की शाखा में जाएं।
- कार्ड और पहचान पत्र जमा करें।
- बैंक का प्रतिनिधि आपको प्रक्रिया पूरी करने में मदद करेगा।
क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन क्यों जरूरी है?
क्रेडिट कार्ड का एक्टिवेशन बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे अप्रत्यक्ष रूप से ग्राहक की सहमति के रूप में देखा जाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 7 मार्च 2024 को जारी निर्देशों में स्पष्ट किया है कि ग्राहक की सहमति के बिना क्रेडिट कार्ड जारी नहीं किया जा सकता। यदि कोई ग्राहक बिना सहमति के कार्ड प्राप्त करता है, तो उसे उस कार्ड को एक्टिवेट करने से बचना चाहिए।
RBI के अनुसार, “कार्ड जारीकर्ता बिना ग्राहक की स्पष्ट सहमति के क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते। यदि ग्राहक को अनचाहा कार्ड प्राप्त होता है, तो उसे OTP या किसी अन्य माध्यम से कार्ड को एक्टिवेट करने से बचना चाहिए।”
यदि ग्राहक से एक्टिवेशन के लिए सहमति नहीं मिलती है, तो बैंक को सात कार्य दिवसों के भीतर बिना किसी शुल्क के कार्ड खाता बंद करना होगा और ग्राहक को इसकी सूचना देनी होगी।
RBI के अनुसार क्रेडिट कार्ड एक्टिवेशन क्या है?
RBI का कहना है कि एक्टिवेशन एक ग्राहक द्वारा की गई प्रक्रिया है, जो क्रेडिट कार्ड के उपयोग के इरादे को दर्शाती है। इसमें पिन जनरेशन, ट्रांजेक्शन कंट्रोल में बदलाव, IVR कॉल, कस्टमर केयर सेंटर पर रिकॉर्डेड कॉल और SMS शामिल हैं।