वेंचर कैपिटलिस्ट (VC) क्रिएटर आधारित बिज़नेस में निवेश को लेकर सतर्क हैं, क्योंकि इन्हें पारंपरिक स्टार्टअप्स की तुलना में अधिक जोखिमपूर्ण माना जा रहा है। इन बिज़नेस मॉडलों में संचालन संबंधी जोखिम, ट्रेंड्स पर निर्भरता और दर्शकों की अनिश्चित रुचि जैसी कई चुनौतियाँ हैं।
क्रिएटर्स की चुनौतियाँ
क्रिएटर-आधारित बिज़नेस चला रहे उद्यमी अपनी लोकप्रियता का लाभ उठाकर मार्केट में प्रतिस्पर्धी बनने और अपने कारोबार को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। ये उद्यमी अपने करियर को सुरक्षित करने के लिए अपनी आय के स्रोतों में विविधता लाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि ऑनलाइन प्रभाव कम होने पर भी उनकी आमदनी स्थिर बनी रहे।
वेंचर कैपिटलिस्ट्स का मानना है कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों के बिज़नेस को शुरुआती बढ़त तो मिलती है, लेकिन उन्हें तेजी से आगे बढ़ाना चुनौतीपूर्ण होता है।
“क्रिएटर आधारित बिज़नेस में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन ये अनूठी चुनौतियाँ भी पेश करते हैं, जो इन्हें पारंपरिक स्टार्टअप्स की तुलना में अधिक जोखिमपूर्ण बना देती हैं,” 3one4 कैपिटल के संस्थापक प्रणव पाई ने कहा।
ब्रांड निर्माण की चुनौती
पाई ने यह भी बताया कि ब्रांड बनाने में केवल बड़ी फॉलोइंग ही काफी नहीं होती, बल्कि एक स्पष्ट उत्पाद दृष्टिकोण, मजबूत संचालन कौशल और लक्ष्य बाजार की गहरी समझ की आवश्यकता होती है। कई क्रिएटर्स वैश्विक स्तर पर इन्फ्लुएंसर से उद्यमी बनने में संघर्ष करते रहे हैं, जिससे उनके लिए फंडिंग प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है।
निवेशकों का दृष्टिकोण
निवेशक केवल क्रिएटर्स की लोकप्रियता पर नहीं बल्कि उनके विज़न और उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं।
“इन्फ्लुएंसर ब्रांड्स भी अन्य ब्रांड्स की तरह ही बुनियादी सिद्धांतों का पालन करते हैं,” ब्लूम वेंचर्स की सहायक उपाध्यक्ष अपूर्वा दीक्षित ने कहा।
क्रिएटर्स के नए बिज़नेस की संभावनाएं
हालांकि, इस क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है।
“इन्फ्लुएंसर-आधारित बिज़नेस तेजी से बढ़ रहे हैं, और आने वाले समय में अधिक पेशेवर रूप से संचालित होंगे,” ओपराFx के संस्थापक प्रणव पनपालिया ने कहा।
उदाहरण
फिटनेस क्रिएटर गौरव तनेजा (Flying Beast) ने अपने अनुभव का उपयोग कर Rosier Foods और Beastlife नाम से दो ब्रांड शुरू किए। Beastlife को ₹50 करोड़ की वार्षिक राजस्व (ARR) के साथ 10% EBITDA की उम्मीद है, जबकि Rosier Foods भी समान ARR के साथ 15% EBITDA हासिल करने की संभावना रखता है।
वहीं, टेक क्रिएटर श्लोक श्रीवास्तव (Techburner) ने अपनी कंपनी Layers के तहत ₹7,999 की कीमत में एक स्मार्टवॉच Anarc लॉन्च की। लॉन्च के पहले दो हफ्तों में ₹3.5 करोड़ की बिक्री हुई।
क्रिएटर्स की रणनीति
श्रीवास्तव ने बताया कि VCs यह मानते हैं कि क्रिएटर-उद्यमी कंटेंट निर्माण और बिज़नेस में संतुलन नहीं बना सकते। लेकिन यह धारणा गलत है।
“क्रिएटर-आधारित बिज़नेस भी एक उत्पाद बिज़नेस है। क्रिएटर सिर्फ शुरुआत में ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं। असल सफलता उत्पाद की गुणवत्ता पर निर्भर करती है,” उन्होंने कहा।
निवेशकों की अपेक्षाएँ
EY के पार्टनर अमिया स्वरूप के अनुसार, “क्रिएटर्स को मजबूत वितरण चैनल और उत्पाद विकसित करने होंगे, क्योंकि निवेशक इन्हें एक नियमित बिज़नेस की तरह ही देखते हैं।”
भविष्य की दिशा
कई एजेंसियाँ जैसे House of X और Superclan क्रिएटर्स को ब्रांड बनाने में मदद कर रही हैं। इससे भविष्य में क्रिएटर-आधारित बिज़नेस के बढ़ने की संभावना और अधिक हो गई है।